भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी कुप्पुस्वामी अन्नामलै को राजनीति में कदम रखे महज चार साल हुए हैं मगर वे माहिर खिलाड़ी की तरह दिखते हैं. अन्नामले कोयंबत्तूर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. कोयंबत्तूर के बाहरी इलाके पल्लडम में उनकी भगवा रंग की मिनी बस जैसे ही पहुंचती है, पटाखे फोड़े जाने लगते हैं और ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया जाता है. सफेद धोती-कुर्ता पहने और बेतरतीब दाढ़ी तथा उलझे बालों वाले अन्नामलै हाइड्रॉलिक पैडस्टल के जरिए बस की छत पर चढ़कर लोगों का अभिवादन करते हैं. कार्यकर्ताओं की भीड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के झंडे लहराती है। और सड़क किनारे खंभों पर दूर तक सजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कटआउट झांकते दिखते हैं.
सब कुछ करीने से सुनियोजित किया गया है. तमिल में मोदी की उपलब्धियों और देश के लिए उनके विजन की प्रशंसा में गीत बजाए जाते हैं. एक उत्साही समर्थक अन्नामलै के आशीर्वाद के लिए एक बकरी के बच्चे को आगे बढ़ाता है. उसके बाद अन्नामलै माइक्रोफोन उठाते हैं और पांच मिनट तक भाषण देते हैं. वे कहते हैं कि "विकास" के लिए मोदी और भाजपा को वोट देना कितना अहम है. वे सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कलगम ( द्रमुक) और 'इंडिया' ब्लॉक के उसके सहयोगियों पर " वंशवादी राजनीति और भ्रष्टाचार" के लिए हमला करना कभी नहीं भूलते. थोड़ा आगे चलकर वे एक दलित परिवार के घर ठहरते हैं और जमीन पर बैठकर केले के पत्ते पर दोपहर का भोजन करते हैं. शायद यह दिखाने के लिए कि वे जातिगत भेदभाव में विश्वास नहीं करते और सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं.
Diese Geschichte stammt aus der April 24, 2024-Ausgabe von India Today Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der April 24, 2024-Ausgabe von India Today Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
लीक से हटकर
मध्य प्रदेश में जंगली सैर से लेकर लद्दाख में पश्मीना के इतिहास को जानने तक, हमने कुछ खास यात्रा अनुभवों की सूची तैयार की है जो आपको एक अनदेखे भारत के करीब ले जाएंगे
खूबसूरत काया का जलवा
भारत की खूबसूरत बालाएं और वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिताएं, लगता है नब्बे के दशक से एक-दूसरे के लिए ही बनी हैं. और यह सिर्फ किस्मत की बात नहीं. खिताब जीतने वाली कई सुंदरियों ने बाद में इसके सहारे अपने करियर को बुलंदियों पर पहुंचाया
खरीदारी का मॉडर्न ठिकाना
शॉपिंग मॉल भारत में '90 के दशक की ऐसी अनूठी घटना है जिसने भारतीय मध्य वर्ग की खरीद के तौर-तरीकों को बदल दिया. 'खरीदारी के साथ-साथ मनोरंजन' केंद्र होने की वजह से वे अब कामयाब हैं. वहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है
छलकने लगे मस्ती भरे दिन
यूबी की किंगफिशर ने 1990 के दशक में बीयर को कूल बना दिया. तब से घरेलू अल्कोहल उद्योग के जोशीले दिन कभी थमे नहीं
डिस्को का देसी अंदाज
घर हो या कोई भी नुक्कड़-चौराहा, हर तरफ फिल्मी गानों की बादशाहत कायम थी. उसके अलावा जैसे कुछ सुनाई ही नहीं पड़ता था. तभी भारतीय ब्रिटिश गायकसंगीतकार बिट्टू ने हमें नाजिया से रू-ब-रू कराया, जिनकी आवाज ने भारतीयों को दीवाना बना दिया. सच में लोग डिस्को के दीवाने हो गए. इसके साथ एक पूरी शैली ने जन्म लिया
जिस लीग ने बनाई नई लीक
लगातार पड़ते छक्के, स्टैंड में बॉलीवुड सितारों और नामी कॉर्पोरेट हस्तियों और सत्ता- रसूखदारों की चकाचौंध, खूबसूरत बालाओं के दुमके - आइपीएल ने भद्रलोक के इस खेल को रेव पार्टी सरीखा बना डाला, जहां हर किसी की चांदी ही चांदी है
आनंद की विरासत
विश्वनाथन आनंद अचानक ही सामने आए और दुनिया फतह कर ली. गुकेश के साथ 2024 में भारत को मिली उपलब्धि उसी विरासत का हिस्सा है
जब स्वच्छता बन गया एक आंदोलन
सामूहिक शर्म से लेकर राष्ट्रीय गौरव तक, खुले में शौच का चलन खत्म करने के देश के सफर में मजबूत सियासी इच्छाशक्ति और नेतृत्व के साथ-साथ समुदाय, कॉर्पोरेट और सेलेब्रिटी के मिलकर काम करने की दास्तान शामिल
जब मौन बन गया उद्घोष
एक पनबिजली परियोजना के विरोध में पर्यावरणविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कवियों और पत्रकारों ने मिलकर जन जागरुकता अभियान चलाया और भारत के अब बचीखुची उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में से एक, केरल की साइलेंट वैली को बचाने में कामयाब रहे।
बताने को मजबूर हुए बाबू
जमीनी स्तर पर संघर्ष से जन्मे इस ऐतिहासिक कानून ने भारत में लाखों लोगों के हाथों में सूचना का हथियार थमाकर गवर्नेस को न सिर्फ बदल दिया, बल्कि अधिकारों की जवाबदेही भी तय करने में बड़ी भूमिका निभाई