महिला सशक्तीकरण की मिसाल रैसलर विनेश फोगाट
Sarita|January Second 2024
सरकारी उच्च पदों पर महिलाएं अपने संघर्ष व मेहनत से नहीं, नियमकानून से पहुंचती हैं. उन को महिला सशक्तीकरण से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए. महिला सशक्तीकरण का असल उदाहरण विनेश फोगाट जैसी खिलाड़ी हैं जो व्यवस्था के खिलाफ खड़ी हो कर अपनी मुश्किलें बढ़ाने से भी डर नहीं रहीं.
शैलेंद्र सिंह
महिला सशक्तीकरण की मिसाल रैसलर विनेश फोगाट

हरियाणा की रहने वाली 29 साल की विनेश फोगाट महिला पहलवान हैं. विनेश राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं. इस के अलावा विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कई पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान भी वे हैं. फोगाट 2019 में लौरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय ऐथलीट भी हैं. कुश्ती से विनेश का पारिवारिक रिश्ता सा है. उन के चचेरे भाई अंतर्राष्ट्रीय पहलवान और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता रहे हैं. विनेश के पिता राजपाल फोगाट भी पहलवान रहे हैं. पहलवान गीता और बबीता विनेश की चचेरी बहनें हैं.

कुश्ती में आने के लिए विनेश के परिवार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. उन्हें हरियाणा में अपने गांव में समुदाय के भारी दबाव और विरोध का सामना करना पड़ा. लड़कियों का पहलवानी में आगे आना मुश्किल था. इस के बाद भी विनेश ने हर मुश्किल से लड़ कर पहलवानी की से और पदक जीत कर अपने को श्रेष्ठ साबित भी किया. इस के बाद उन्होंने अपनी पसंद के लड़के पहलवान सोमवीर राठी से शादी की.

विनेश फोगाट सहित 30 भारतीय पहलवानों, ओलिंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, अंशू मलिक और बजरंग पुनिया सहित अन्य ने जनवरी 2023 में एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया. इस के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को भंग करने की मांग की. इन सभी का आरोप था कि कोच और अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह वर्षों से महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न कर रहे हैं. दावों की जांच के लिए एक निगरानी समिति बनाने की सरकार की पहल के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया गया.

इस के बाद अप्रैल 2023 में विनेश और महिला पहलवानों ने कहा कि बृजभूषण द्वारा प्रधानमंत्री मोदी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को रिपोर्ट करने के बाद उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है. उन को प्रताड़ित किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई. विरोध कर रही महिला पहलवान यह चाहती थीं कि बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती महासंघ से हटाया जाए. उन के खिलाफ मुकदमा कायम हो किसी महिला को कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बनाया जाए. सरकार ने हर मांग मान ली तो खिलाड़ियों ने भी अपना विरोध छोड़ दिया.

चुनाव में जीते बृजभूषण के करीबी संजय सिंह

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