खुशी हमारी मुट्ठी में
Sarita|May Second 2024
जिंदगी में हमेशा खुश रहने के साथ स्वस्थ, सक्रिय व संतुष्ट जीवन बिताना चाहते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है.
रितू वर्मा
खुशी हमारी मुट्ठी में

हमारी खुशी का रिमोट कंट्रोल हमेशा दूसरों के हाथ में रहता है. हमारी खुशी हमेशा दूसरों पर ही निर्भर रहती है और नतीजा यह होता है कि हम अधिकतर नाखुश ही रहते हैं.

अगर हम ने नए कपड़े पहने हैं और किसी ने तारीफ नहीं की, तो मन दुखी हो जाता है. अगर हम ने दिल लगा कर कुछ बनाया और किसी ने पसंद नहीं किया तो फिर हमारा पूरा दिन खराब हो जाता है. हम क्यों आत्मनिर्भर हो कर भी सदा अपनी खुशी के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं? 

चलिए, सब से पहले जानते हैं उन कारणों को जिन के चलते हम अपनी खुशी के लिए सदा दूसरों पर निर्भर रहते हैं.

सोशल वैलिडेशन: हमें किस चीज में खुशी मिलती है, यह हमें पता ही नहीं होता है. हम हमेशा वे काम करते हैं जिन से दूसरे हमारी तारीफ करें. इसी सोशल वैलिडेशन के कारण हम सारी जिंदगी परेशान रहते हैं.

अपने ऊपर विश्वास न करना: अगर हम खुद को पहचान नहीं पाएंगे तो खुद पर विश्वास भी नहीं कर पाएंगे. अगर खुद पर विश्वास नहीं रहेगा तो हमेशा अपनी खुशी के लिए दूसरों की ही बाट जोहेंगे.

Diese Geschichte stammt aus der May Second 2024-Ausgabe von Sarita.

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