ऐपल केवल ई-सिम वाले आईफोन 14 सीरीज के फोन अमेरिकी बाजार में उतारने जा रहा है। कंपनी के इस फैसले से अमेरिकी खरीदार हैरान है। हैरानी की बात यह भी है कि भारतीय बाजार के लिए बने आईफोन 14 सीरीज के फोन में सामान्य सिम स्लॉट की उपलब्धता के बावजूद, इसने कुछ भारतीय उपभोक्ताओं को भी स्तब्ध कर दिया। ऐसा इसलिए कि भारत में बड़ी संख्या में ऐपल उपभोक्ताओं को आईफोन अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, परिवार आदि के माध्यम से अमेरिका से काफी सस्ता मिल जाता है। उनकी आशंका ज्यादातर भारतीय नेटवर्क के साथ तालमेल और भारत में ई-सिम की उपलब्धता के बारे में है।
विश्लेषकों का मानना हैं कि तकनीक के प्रति जागरूक उपभोक्ता जो भारतीय दूरसंचार ऑपरेटरों को जानते हैं कि वे ई-सिम सेवाएं प्रदान करते हैं, वे अभी भी अमेरिका केंद्रित आईफोन 14 श्रृंखला के फोन खरीदेंगे। अन्य लोग या तो भारतीय बाजार के लिए बने आईफोन 14 सीरीज के फोन खरीदेंगे या दुबई जैसे गंतव्यों को देख सकते हैं, जहां आईफोन अमेरिका की तुलना में कुछ अधिक महंगे हैं, लेकिन फिर भी भारत की तुलना में बहुत सस्ते हैं।
Diese Geschichte stammt aus der September 19, 2022-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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बाजार नियामक सेबी के हालिया अध्ययन में सूचीबद्ध कंपनियों की तरफ से किए गए रॉयल्टी भुगतान में कुछ चिंताजनक रुझान सामने आए हैं। चार मे से एक मामला ऐसा रहा जिसमें कंपनियों ने अपने शुद्ध लाभ का 20 फीसदी से ज्यादा संबंधित पार्टियों को रॉयल्टी के रूप में भुगतान किया।
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