देश में जल्द ही करीब एक दर्जन प्रमुख परमार्थ संस्थानों के कर लाभ की जांच की जा सकती है। इन परमार्थ संस्थानों में निजी ट्रस्ट, शैक्षणिक सोसाइटी, वैधानिक प्राधिकरण, क्रिकेट एसोसिएशन आदि शामिल हैं। इनमें अधिकतर काफी मुनाफा कमा रहे हैं लेकिन परमार्थ संस्थान के तमगे के कारण कर लाभ का फायदा भी उठा रहे हैं।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि राजस्व विभाग इन परमार्थ संस्थानों के बहीखाते की जांच के लिए एक मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग यह देखने की कोशिश करेगा कि सर्वोच्च न्यायालय के हालिया फैसले के बाद उनके कर लाभ को बरकरार रखा जा सकता है अथवा नहीं।
सर्वोच्च न्यायालय ने माना है कि जो संस्थान, ट्रस्ट अथवा निकाय 'सामान्य सार्वजनिक जनसेवा' की आड़ में वाणिज्यिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं और नाममात्र से अधिक शुल्क लेते हैं वे कर छूट की मांग नहीं कर सकते हैं।
Diese Geschichte stammt aus der October 24, 2022-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der October 24, 2022-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
बैलट से वोट: अभियान चलाएगी कांग्रेस
कांग्रेस अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाय बैलट पेपर से चुनाव कराने के लिए अभियान चलाएगी। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को इस बात का ऐलान किया।
महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री के लिए अभी इंतजार
एकनाथ शिंदे ने इस्तीफा दिया, कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहेंगे
फिनटेक की सुगमता के लिए प्रयास जारी
डेटा सुरक्षा, साइबर सुरक्षा कुछ ऐसे अनिवार्य पहलू हैं जिन पर ध्यान देना आवश्यक
पूर्वी भारत के ज्यादातर इलाकों में पहुंचेगी सुरक्षा डायग्नोस्टिक्स
कंपनी का आईपीओ 29 नवंबर को खुल रहा
भारतीय बाजार पर ध्यान केंद्रित करेगी टीसीएस
भारत और उभरते बाजारों में आय दोगुनी करने की संभावनाएं तलाश रही कंपनी
एस्सार के सह-संस्थापक शशि रुइया का निधन
छोटे से निर्माण व्यवसाय को एक बुनियादी ढांचा समूह में बदलने वाले उद्यमी शशिकांत रुइया का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। उन्हें प्यार से शशि रुइया बुलाया जाता था।
संविधान हमारा मार्गदर्शक: प्रधानमंत्री
पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान सभा की 15 महिला सदस्यों के योगदान को किया याद
एफडीआई पर भारतीय कंपनियों की रणनीति
भारतीय कंपनियों को चाहिए कि वे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जुटाने और वैश्विक स्तर पर एक वृहद भूमिका निभाने की तैयारी करें। कई बड़ी विदेशी कंपनियां ऐसा कर चुकी हैं। बता रहे हैं अजय शाह
सिनेमा उद्योग में पूंजी जुटाने के लिए नए कदम
भारतीय सिनेमा के रुपहले पर्दे पर एक नई कहानी का आगाज होने जा रहा है। लेकिन पहले बात करते हैं 1990 के दशक के शुरुआती वर्षों की जब करण जौहर जो महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की परीक्षा में वाणिज्य विषय में अव्वल रहे और उन्हें जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एमबीए की सीट की पेशकश की गई।
यूपीआई धोखाधड़ी में 485 करोड़ रुपये गंवाए
भारतीयों को चपत - वास्तविक समय भुगतान प्रणाली के इस्तेमाल करने वालों की संख्या और लेनदेन बढ़ने के साथ-साथ यूपीआई संबंधित धोखाधड़ी बढ़ी, वित्त वर्ष 22 की तुलना में वित्त वर्ष 24 में बैंक धोखाधड़ी तीन गुना से अधिक रही