कंपनी को यह उपलब्धि 9 महीने से भी कम समय में हासिल होने जा रही है। ऐपल इंक अप्रैल से नवंबर के बीच 17,500 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन निर्यात कर भी चुकी है। नवंबर में इस अमेरिकी कंपनी को चीन में उत्पादन के मोर्चे पर चोट खानी पड़ी थी। वहां कोविड-19 की वजह से लगाई गई बंदिशों और श्रमिक विरोध के कारण आईफोन का उत्पादन सुस्त पड़ गया था। मगर भारत से आईफोन 14 और दूसरे मॉडलों का निर्यात एक महीने में ही 50 करोड़ डॉलर (4,250 करोड़ रुपये) के पार पहुंच गया।
16 महीने पहले पीएलआई योजना लागू की गई थी और ठेके पर आईफोन बनाने वाली तीनों कंपनियों ने सबसे तेजी से निर्यात का लक्ष्य हासिल किया है। हालांकि ऐपल इंक के प्रवक्ता ने देश से निर्यात के बारे में सवालों का जवाब नहीं दिया।
वित्त वर्ष 2022 में समूचे मोबाइल उपकरण उद्योग ने 5.8 अरब डॉलर (47,800 करोड़ रुपये) मूल्य के मोबाइल फोन का निर्यात किया था। इसमें 11,000 करोड़ रुपये का योगदान केवल आईफोन के निर्यात यानी ऐपल इंक का था।
Diese Geschichte stammt aus der December 13, 2022-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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