आईटी कंपनियों का राजस्व अनुमान
- इन्फोसिस राजस्व वृद्धि अनुमान को 4 से 7 फीसदी से घटाकर 4 से 6 फीसदी कर सकती है
- एचसीएल टेक 6 से 8 फीसदी राजस्व वृद्धि अनुमान को संभवतः बरकरार रखेगी
- सितंबर तिमाही में विप्रो की राजस्व वृद्धि-1 से 1 फीसदी 1 रहने की संभावना
करीब 245 अरब डॉलर के भारतीय आईटी उद्योग को झकझोरने वाली आर्थिक दिक्कतें अभी दूर नहीं हुई हैं। गैर जरूरी खर्चों में कमी आने के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शीर्ष भारतीय आईटी कंपनियों का राजस्व जनवरी-मार्च तिमाही से कम हो सकता है या मामूली बढ़ सकता है।
आम तौर पर पहली तिमाही आईटी कंपनियों के लिए दमदार रहती है मगर कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों के अनुसार अप्रैल-जून, 2023 की तिमाही अपवाद रहेगी। इस दौरान विप्रो और टेक महिंद्रा जैसी कंपनियों के राजस्व में गिरावट दिख सकती है और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का राजस्व स्थिर रह सकता है। एचसीएल टेक और इन्फोसिस के राजस्व में 1 फीसदी की मामूली वृद्धि दिखने के आसार हैं।
Diese Geschichte stammt aus der July 03, 2023-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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