बाजार की स्थिति 4 जून के चुनावी परिणामों से पहले कैसी है? संभावित नतीजों पर बाजार की प्रतिक्रिया कैसी रह सकती है?
बाजार में इस समय 4 जून को भाजपा की आसान जीत की संभावना का असर दिख रहा है। हम मुख्य तौर पर दो प्रमख आंकड़ों पर ध्यान दे रहे हैं। यदि भाजपा 303 सीटों (2019 में हासिल) से ज्यादा हासिल करती है तो इसका संकेत होगा कि दक्षिण एवं पूर्वी क्षेत्र में स्थिति मजबूत होने से पार्टी की राष्ट्रव्यापी पैठ बढ़ेगी। ससे भाजपा के लिए पांच वर्ष का स्थिर कार्यकाल सुनिश्चित होगा और उसे अपने आर्थिक एजेंडे पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, जो इक्विटी बाजार के लिए थोड़ा सकारात्मक होगा। हालांकि बाजार में तेजी की रफ्तार सीमित रहेगी क्योंकि दलाल पथ महामारी के बाद अच्छा प्रतिफल पहले ही दे चुका है। दूसरा प्रमुख आंकड़ा है 272 के बहुमत का आंकड़ा। हालांकि 272 से ऊपर का आंकड़ा भाजपा को अगले पांच साल के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म दिलाएगा। लेकिन 303 से कम के आंकड़े का मतलब होगा कि भाजपा जितनी बढ़ चुकी, उतनी बढ़ चुकी है। इससे भी ज्यादा निराशा गठबंधन सरकार बनने से होगी जिसमें किसी दल का बहुमत नहीं होगा। करीब एक महीने पहले सभी जनमत सर्वेक्षण भाजपा की बहुमत के साथ जीत की भविष्यवाणी कर रहे थे जिसमें सबसे कम अनुमान 304 था।
चुनाव नतीजों के बाद क्या बदलाव आएगा? यदि मौजूदा सरकार सत्ता में बनी रही तो बाजार को बजट से क्या उम्मीद रहेगी?
Diese Geschichte stammt aus der May 27, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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