पिछले साल कंपनियों ने दिया कम लाभांश
Business Standard - Hindi|June 24, 2024
वित्त वर्ष 2024 में सूचीबद्ध कंपनियों ने 4.03 लाख करोड़ रुपये का लाभांश दिया, जो वित्त वर्ष 2023 से 4.7 फीसदी कम है
कृष्णकांत
पिछले साल कंपनियों ने दिया कम लाभांश

मुनाफा बढ़ा मगर लाभांश में कटौती

■ वित्त वर्ष 2024 में कंपनियों का मुनाफा 29.7 फीसदी बढ़कर 11.34 लाख करोड़ रुपये रहा

■ पिछले 5 साल में पहली बार कंपनी जगत लाभांश भुगतान में आई है गिरावट

कंपनियों के मुनाफे में बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी जगत ने वित्त वर्ष 2024 में कम लाभांश का भुगतान किया है। वित्त वर्ष 2024 में सूचीबद्ध कंपनियों ने कुल 4.03 लाख करोड़ रुपये का लाभांश दिया है जो वित्त वर्ष 2023 के रिकॉर्ड 4.23 लाख करोड़ रुपये से 4.7 फीसदी कम रहा। इसकी तुलना में हमारे नमूने में शामिल सभी कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 में 14.75 लाख करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2023 के 11.36 लाख करोड़ रुपये से 29.7 फीसदी अ​धिक है।

कोविड महामारी के बाद कंपनियों के मुनाफे में जोरदार उछाल के कारण वित्त वर्ष 2023 में लाभांश भुगतान तीन साल में सबसे ज्यादा दो अंक में बढ़ा था मगर पिछले वित्त वर्ष में लाभांश भुगतान में कटौती की गई। हमारे नमूने में शामिल सूचीबद्ध कंपनियों के लाभांश भुगतान की सालाना चक्रवृद्धि दर वित्त वर्ष 2020 से वित्त वर्ष 2023 के दौरान 29.5 फीसदी रही। वित्त वर्ष 2020 में इन कंपनियों ने कुल 1.95 लाख करोड़ रुपये का लाभांश दिया था जो वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 4.23 लाख करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2020 से वित्त वर्ष 2023 की अव​धि के दौरान कंपनियों का शुद्ध मुनाफा 33.7 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि दर से बढ़ा था।

Diese Geschichte stammt aus der June 24, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der June 24, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS BUSINESS STANDARD - HINDIAlle anzeigen
पश्चिम एशिया की स्थिति गंभीर चिंता का विषय : एस जयशंकर
Business Standard - Hindi

पश्चिम एशिया की स्थिति गंभीर चिंता का विषय : एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत गाजा में शीघ्र युद्ध विराम किए जाने का समर्थन करता है और वह द्विराष्ट्र समाधान के माध्यम से फिलिस्तीन मुद्दे का हल किए जाने के पक्ष में है।

time-read
1 min  |
November 14, 2024
'डबल इंजन सरकार सपने पूरे कर रही '
Business Standard - Hindi

'डबल इंजन सरकार सपने पूरे कर रही '

दरभंगा में एम्स की आधारशिला

time-read
2 Minuten  |
November 14, 2024
झारखंड में रिकॉर्ड मतदान, वायनाड पिछड़ा
Business Standard - Hindi

झारखंड में रिकॉर्ड मतदान, वायनाड पिछड़ा

झारखंड में पहले चरण के तहत कुल 81 विधान सभा क्षेत्रों में से 43 सीटों पर बुधवार शाम 7 बजे तक 64.95 फीसदी मतदान हुआ।

time-read
2 Minuten  |
November 14, 2024
अदालत ने लगाई बुलडोजर पर रोक
Business Standard - Hindi

अदालत ने लगाई बुलडोजर पर रोक

आरोपी, दोषी या अपराधी होने के आधार पर किसी का भी घर नहीं गिरा सकते : उच्चतम न्यायालय

time-read
4 Minuten  |
November 14, 2024
Business Standard - Hindi

अचल संपत्ति क्षेत्र का दिवालियापन

दिवालिया कानूनों में मकान खरीदने वालों के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, उन्हें निस्तारण प्रक्रिया की जटिलताओं में नहीं घसीटा जाना चाहिए।

time-read
5 Minuten  |
November 14, 2024
स्वच्छ हवा के रास्ते में खड़ी चुनौतियां
Business Standard - Hindi

स्वच्छ हवा के रास्ते में खड़ी चुनौतियां

ये साल के वे दिन हैं जब हर बार की तरह दिल्ली और इसके आसपास विस्तारित शहरों के लोग एक अनचाही मुसीबत का इंतजार करते हैं।

time-read
5 Minuten  |
November 14, 2024
Business Standard - Hindi

नगर निगमों को प्रमुख सुधार की जरूरत

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार देश के नगर निगमों को कर से प्राप्त होने वाले राजस्व के स्रोतों को बढ़ाने के लिए समग्र सुधार की जरूरत है।

time-read
1 min  |
November 14, 2024
केजी बेसिन में पांच कुएं खोलेगी ओएनजीसी
Business Standard - Hindi

केजी बेसिन में पांच कुएं खोलेगी ओएनजीसी

वित्त वर्ष 25 की दूसरी छमाही में उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य है

time-read
1 min  |
November 14, 2024
दिसंबर में अब रीपो रेट में कटौती की उम्मीद नहीं
Business Standard - Hindi

दिसंबर में अब रीपो रेट में कटौती की उम्मीद नहीं

वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए फरवरी में भी दर में कटौती को लेकर अनिश्चितता वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में अगर आर्थिक गति आगे और सुस्त होती है तो दर में कटौती करनी पड़ सकती है आधार के अनुकूल असर और अन्य वजहों के कारण नवंबर में खाद्य महंगाई घटनी शुरू होगी, जिसका समग्र महंगाई पर असर

time-read
4 Minuten  |
November 14, 2024
'हमारा लक्ष्य 2032 तक 40 फीसदी ग्रीन और बाकी जीवाश्म का'
Business Standard - Hindi

'हमारा लक्ष्य 2032 तक 40 फीसदी ग्रीन और बाकी जीवाश्म का'

एनटीपीसी की हरित ऊर्जा से जुड़ी कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी अपने आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल पूंजीगत खर्च के लिए करेगी।

time-read
2 Minuten  |
November 14, 2024