ई-कॉमर्स में बढती भागीदारी
■ ग्रामीण इलाकों के ग्राहकों की इलेक्ट्रॉनिक्स, बड़े अप्लायंसेज, फैशन, मोबाइल, फैशन, सौंदर्य
■ प्रसाधन और होम प्रोडक्ट जैसी श्रेणियों में बढ रही दिलचस्पी
■ छोटे शहरों एवं कस्बों में ई-कॉमर्स सेवाओं की मांग बढ़ने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं
ई-कॉमर्स कंपनियां देश के छोटे एवं मझोले (टियर-2 एवं टियर-3) शहरों और दूरदराज के इलाकों में अपने कारोबार के विस्तार पर जोर दे रही हैं। त्योहारी सीजन के दौरान इन क्षेत्रों से ई-कॉमर्स कंपनियों को जबरदस्त मांग दिख रही है।
देश के ग्रामीण बाजार का आकार काफी बड़ा है और वहां मौसम की अप्रत्याशितस्थिति होने के साथ-साथ कनेक्टिविटी की सुविधाएं भी काफी सीमित हैं। इन लॉजिस्टिक चुनौतियों के बावजूद ई-कॉमर्स कंपनियां ग्रामीण इलाकों में अपने बुनियादी ढांचे और तकनीक को बेहतर कर रही हैं। ई-कॉमर्स फर्म फ्लिपकार्ट ने कहा कि खरीदारों के व्यवहार में काफी बदलाव दिख रहा है। खास तौर पर छोटे एवं मझोले शहरों के ग्राहकों की ई-कॉमर्स में दिलचस्पी बढ़ रही है। इससे वृद्धि को रफ्तार मिल रही है।
फ्लिपकार्ट के हाल में संपन्न ‘द बिग बिलियन डेज’ सेल कार्यक्रम के दौरान कंपनी के वैल्यू-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शॉप्सी पर कमलापुरम, वदार, सिहोर, बंसतार खेड़ा, वैरेंगटे और भोटा जैसे तमाम कस्बों (टियर 4) के साथ-साथ 2,800 से अधिक छोटे शहरों से ग्राहकों की जबरदस्त भागीदारी दिखी थी। वहां खरीदारों की तादाद लगातार बढ़ रही है और वे अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के साथ-साथ सस्ते विकल्प भी तलाश रहे हैं।
फ्लिपकार्ट के उपाध्यक्ष (ग्रोथ) हर्ष चौधरी ने कहा, ‘इस साल के बिग बिलियन डेज सेल आयोजन के पहले 24 घंटों के दौरान प्रमुख महानगरों से मांग में तेजी जारी रही। मगर इस आयोजन के दौरान मेदिनीपुर, हिसार, बेहरामपुर, बांकुरा और अगरतला जैसे छोटे एवं मझोले शहरों से भी अच्छी-खासी मांग दिखी।’
उन्होंने कहा, ‘आपूर्ति श्रृंखला के मजबूत नेटवर्क के जरिये तेजी से डिलिवरी करने और ऐप पर विशेष पेशकश के जरिये ग्राहक अनुभव को बेहतर करने के हमारे प्रयासों ने न केवल महानगरों बल्कि देश भर के ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई है।’
Diese Geschichte stammt aus der October 28, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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