गुलजार हुए बाजार
■ कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 1, 138 अंक यानी 1.43 फीसदी तक चढ़कर 80,540 पर पहुंच गया था
■ मुनाफावसूली के बीच उसने थोड़ी बढ़त गंवाई और अंत में यह 603 अंकों की बढ़त के साथ 80,005 पर टिका
■ निफ्टी 50 ने 158 अंकों की बढ़त के साथ 24,339 अंक पर कारोबार की समाप्ति की
■ एफपीआई की लगातार बिकवाली और अग्रणी कंपनियों के निराशाजनक नतीजों से सेंसेक्स और निफ्टी पिछले चार कारोबारी सत्रों से टूट रहे थे
सहायक वैश्विक संकेतों के बीच देसी शेयर बाजारों में सोमवार को बढ़ोतरी दर्ज हुई। इसकी वजह ईरान पर इजरायल के सीमित हमले के बाद भूराजनीतिक तनाव में कमी आई है और तेल कीमतों में नरमी आई है। आईसीआईसीआई बैंक के बेहतर नतीजों (जिसका बेंचमार्क सूचकांकों में खासा भार है) ने भी सेंसेक्स को दो हफ्ते के सबसे अच्छे कारोबारी सत्र का तोहफा दिया।
Diese Geschichte stammt aus der October 29, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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ट्रंप का नया कार्यकाल और बजट निर्माण
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वर्ष 2025 में निदेशक मंडलों का एजेंडा
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रुपये की विनिमय दर में स्थिरता अनिवार्य नहीं
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वर्ष 2023 में 6 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद पिछले साल कंपनियों ने पुनर्खरीद पेशकश पर कम रकम खर्च की। सरकार ने कर बोझ कंपनियों से निवेशकों पर डाल दिया। इस कारण इस खर्च में कमी आई। वर्ष 2024 में 48 कंपनियों ने 13,423 करोड़ रुपये के शेयर पुनः खरीदे। यह रकम 2023 में इतनी ही संख्या वाली कंपनियों की शेयर पुनर्खरीद राशि से कम है। तब उनकी राशि 48,079 करोड़ रुपये रही थी।