नई औद्योगिक नीति, जेवर हवाई अड्डे, एक्सप्रेसवे और बड़े औद्योगिक गलियारों से मिलेगी उत्तर प्रदेश को रफ्तार
Business Standard - Hindi|November 29, 2024
कभी बीमारू राज्यों में शुमार उत्तर प्रदेश पिछले सात साल में निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा ठिकाना बन गया है। राज्य सरकार नई औद्योगिक नीति लाई है, जिसमें उद्योगों को और भी ज्यादा सुविधाएं, प्रोत्साहन तथा छूट दी जा रही हैं। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उद्योगों के वास्ते अलग-अलग नीतियां भी लाई गई हैं। प्रदेश के औद्योगिक विकास, निर्यात एवं निवेश प्रोत्साहन तथा एनआरआई मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सिद्धार्थ कलहंस के साथ बातचीत में उत्तर प्रदेश में अर्थव्यवस्था, निर्यात और उद्योग को बढ़ावा देने वाले कदमों की जानकारी दी। मुख्य अंश:
सिद्धार्थ कलहंस
नई औद्योगिक नीति, जेवर हवाई अड्डे, एक्सप्रेसवे और बड़े औद्योगिक गलियारों से मिलेगी उत्तर प्रदेश को रफ्तार

उत्तर प्रदेश में औद्योगिक एवं निवेश नीति पर देश-विदेश के उद्यमियों का कैसा रुख है?

योगी आदित्यनाथ सरकार ने आईटी/आईटीईएस, डेटा केंद्र, ईएसडीएम (इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन ऐंड मैन्युफैक्चरिंग), रक्षा तथा वैमानिकी, इलेक्ट्रिक वाहन, वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, वस्त्र, एमएसएमई एवं अन्य क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए 27 से अधिक नीतियां आरंभ की हैं। औद्योगिक निवेश एवं रोजगार संवर्द्धन नीति 2022 के तहत 1.58 लाख करोड़ रुपये निवेश के 89 प्रस्ताव आए हैं, जिनमें से करीब 24,314 करोड़ रुपये के 36 आवेदनों को मंजूरी दी गई है।

उत्तर प्रदेश इकलौता राज्य है, जिसने फॉर्च्यून ग्लोबल 500 और फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों से निवेश प्राप्त करने के मकसद से विशेष प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति का ऐलान किया है। इस नीति के तहत पूंजी सब्सिडी के साथ अग्रिम भूमि सब्सिडी, राज्य जीएसटी की विशुद्ध वापसी, आईटीसी की वापसी, स्टांप शुल्क और पंजीकरण में 100 फीसदी छूट और बिजली शुल्क में भी 100 फीसदी छूट आदि दी जाती हैं।

इस नीति के तहत प्रदेश सरकार को 13,300 करोड़ रुपये से भी अधिक रकम के 16 आवेदन मिले हैं, जिनमें से 1,898 करोड़ रुपये से अधिक के 5 आवेदनों को अग्रिम भूमि सब्सिडी की मंजूरी दे दी गई है। प्रदेश की वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स नीति 2022 के तहत भी 6987 करोड़ रुपये के 84 प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें से 662 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव वाले 12 आवेदनों को मंजूरी दे दी गई है।

औद्योगिक विकास के लिए उत्तर प्रदेश सरकार एकदम कमर कसकर काम कर रही है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में विभिन्न औद्योगिक योजनाओं के तहत 32 कंपनियों को 1,333.05 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि बांटी है। इस वितरण से निवेशकों और उद्योगों में सरकार की मंशा और नीतियों के प्रति भरोसा बढ़ा है। वितरण के दौरान बुंदेलखंड और पूर्वांचल क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है, जहां से 4,153 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। पश्चिमी क्षेत्र से 3,714 करोड़ रुपये और मध्य क्षेत्र से 2,847 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए। आईटी एवं आईटीईएस नीति 2022 के तहत सैमसंग और एचसीएल जैसी कंपनियों को 212.63 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन मिले।

Diese Geschichte stammt aus der November 29, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der November 29, 2024-Ausgabe von Business Standard - Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS BUSINESS STANDARD - HINDIAlle anzeigen
लगातार नौवें साल शेयर बाजार में बढ़त
Business Standard - Hindi

लगातार नौवें साल शेयर बाजार में बढ़त

एक साल पहले के मुकाबले काफी कम रही बढ़त

time-read
3 Minuten  |
January 01, 2025
Business Standard - Hindi

इस साल निफ्टी 50 कंपनियों में 92 लोगों की जान गई

नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी-50 सूचकांक में शामिल कंपनियां वित्त वर्ष 2024 में अपने औद्योगिक परिचालन के दौरान मौतों की घटनाओं को रोकने में विफल रहीं

time-read
2 Minuten  |
January 01, 2025
Business Standard - Hindi

सीपीएसई की छोटे उद्योगों से खरीदारी गिरी

वित्त वर्ष 24 में केंद्र सरकार के उद्यमों ने छोटे व मझोले उद्योगों से 773 करोड़ रुपये की खरीद की, जो पिछले साल से 43% कम

time-read
2 Minuten  |
January 01, 2025
निष्क्रिय समितियों का 15 दिन में हो परिसमापन
Business Standard - Hindi

निष्क्रिय समितियों का 15 दिन में हो परिसमापन

हालिया मानक संचालन प्रक्रिया में कहा गया है कि परिसमापन यानी किसी कंपनी का वैधानिक अस्तित्व समाप्त करने की प्रक्रिया 15 दिन में पूरी होनी चाहिए

time-read
2 Minuten  |
January 01, 2025
नए साल में 100वां प्रक्षेपण: सोमनाथ
Business Standard - Hindi

नए साल में 100वां प्रक्षेपण: सोमनाथ

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) जनवरी में प्रस्तावित भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 100वां प्रक्षेपण करने की उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर लेगा।

time-read
1 min  |
January 01, 2025
विकास में लंबी छलांग, मंजिल अभी दूर
Business Standard - Hindi

विकास में लंबी छलांग, मंजिल अभी दूर

देश में एक्सप्रेसवे-सड़कों का जाल फैला, बुलेट ट्रेन के साथ विश्व व्यापार में छाने को बंदरगाह हैं तैयार

time-read
5 Minuten  |
January 01, 2025
मणिपुर: मुख्यमंत्री ने जातीय संघर्ष के लिए मांगी माफी
Business Standard - Hindi

मणिपुर: मुख्यमंत्री ने जातीय संघर्ष के लिए मांगी माफी

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में हुए जातीय संघर्ष के लिए मंगलवार को माफी मांगी और सभी समुदायों से पिछली गलतियों को भूलने तथा शांतिपूर्ण व समृद्ध राज्य में एक साथ रहने की अपील की।

time-read
1 min  |
January 01, 2025
सोशल मीडिया पर उपलब्धियां
Business Standard - Hindi

सोशल मीडिया पर उपलब्धियां

'क्वाड' की 20वीं वर्षगांठ पर सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने दोहराई प्रतिबद्धता

time-read
2 Minuten  |
January 01, 2025
Business Standard - Hindi

अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियाँ और उपाय

तमाम चुनौतियों के कारण नीति निर्धारक निर्णय लेते वक्त 2025 में पसोपेश की स्थिति में रहेंगे। बता रहे हैं धर्मकीर्ति जोशी

time-read
5 Minuten  |
January 01, 2025
मनमोहन सिंह ने बदली भारत की तकदीर
Business Standard - Hindi

मनमोहन सिंह ने बदली भारत की तकदीर

आज का भारत अपनी तमाम सफलताओं और कमियों के साथ हालिया इतिहास के किसी अन्य व्यक्ति के बजाय मनमोहन सिंह की देन है। उन्हें हमेशा \"असंभावित\" राजनेता कहा गया लेकिन अपनी तमाम कामयाबियों और नाकामियों के साथ उनका करियर हमें यह याद दिलाता है कि टेक्नोक्रेट भी किसी राजनेता की तरह ही देशों की तकदीर बदल सकते हैं।

time-read
4 Minuten  |
January 01, 2025