• कई माह से आठ प्रतिशत की दर से बढ़ रहे खाद्य पदार्थों के दाम
• मांग बढ़ने पर आलू और दाल भी बाजार से गायब होने लगे
8.69 प्रतिशत रही है खाद्य पदार्थों की महंगाई दर इस वर्ष मई में
70 प्रतिशत से कम हुई है अब तक मानसून की बारिश उत्तर भारत में
लंबे समय से देश के बड़े हिस्से में बारिश की कमी और तापमान की अधिकता ने सिर्फ सेहत ही नहीं, बल्कि मध्यम वर्ग की आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित किया है। महंगाई का सीधा संबंध खेती से है। जब खाने-पीने की चीजें महंगाई होने लगती हैं तो महंगाई रफ्तार पकड़ती है। खाद्य पदार्थों की कीमतें कई महीनों से लगातार आठ प्रतिशत से ज्यादा बढ़ रही है। आरबीआइ के मुताबिक, खाद्य पदार्थों की महंगाई दर इस वर्ष मई में 8.69 प्रतिशत थी और अप्रैल में 8.70 प्रतिशत थी। उपभोक्ता मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रचंड गर्मी ने महंगाई को और बढ़ाया है।
Diese Geschichte stammt aus der June 23, 2024-Ausgabe von Dainik Jagran.
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