Diese Geschichte stammt aus der December 31, 2024-Ausgabe von Hari Bhoomi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der December 31, 2024-Ausgabe von Hari Bhoomi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
सोना-चांदी निवेश में सबसे खरा, पहली बार 20 फीसदी तक रिटर्न
छत्तीसगढ़ में सालभर में 8 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश
शाह बोले- कश्मीर का नाम हो सकता है कश्यप
एक कार्यक्रम में बोले केंद्रीय गृहमंत्री
ईडी का दावा, शराब घोटाले में कवासी के खिलाफ सबूत, आज दफ्तर तलब
छापे की कार्रवाई के बाद ईडी ने बयान जारी कर दी जानकारी
माड़ के अबूझ इलाके के 50 गांवों में नए चेहरे पर पाबंदी, मोबाइल और घड़ी बैन !
फोर्स नक्सलगढ़ से माओवाद को खत्म करने उतर चुकी, फिर भी बड़े इलाके में नक्सली मौजूद
पृथ्वी के लिए खतरनाक हो सकता है सूर्य का सुपरफ्लेयर परमाणु बम से बड़े खतरे की वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
सूर्य से अविश्वसनीय रूप से बड़ी ऊर्जा तरंगें निकलती हैं, जिन्हें सौर सुपरफ्लेयर कहते हैं। वैज्ञानिक धीरे-धीरे इन्हें लेकर चिंतित हो रहे हैं। पहले वे सोचते थे कि ये घटनाएं लगभग एक हजार साल में एक बार होती हैं।
तीसरा विश्व युद्ध और ट्रंप-पुतिन की बढ़ेगी चिंता! 2025 के लिए बाबा वेंगा की डरावनी भविष्यवाणियां
बाबा वेंगा को पूरी दुनिया में उनकी भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है। इसकी वजह यह है कि उनकी ज्यादातर भविष्यवाणियां सच साबित हुई हैं।
बदलाव के दौर से निपटने में गंभीर की भूमिका पर सवाल
भारतीय क्रिकेट जब अपने दो दिग्गज खिलाड़ियों कप्तान रोहित शर्मा और सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली की खराब फॉर्म से जूझ रहा है तब मुख्य कोच गौतम गंभीर और उनके सहयोगी स्टाफ की टीम में बदलाव के दौर से निपटने में भूमिका भी चर्चा का विषय बन गई है।
नया साल...नई उपलब्धि...बुमराह 907 रेटिंग अंक से सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज
आईसीसी रैंकिंग: वर्ल्ड नंबर 1 पर कायम, अश्विन को पीछे छोड़ा
नए साल में घरों की कीमतें बढ़ने की उम्मीद: विशेषज्ञ
कीमतों में वृद्धि इकाई अंक में सीमित रह सकती है
नए साल में अर्थव्यवस्था में बढ़िया वृद्धि और ब्याज दरों में कटौती की संभावना
भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था है, मुद्रास्फीति पर काबू पाने खर्चे बढ़ाना होगा