आइआइटी-जोधपुर का दावा
राजस्थान के जोधपुर में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने एक ऐसी अत्याधुनिक तकनीक विकसित करने का दावा किया है जिससे यातायात दबाव और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। संस्थान के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग द्वारा विकसित 'नोवेल मैक-आधारित प्रमाणीकरण योजना' (एनओएमएएस) का उद्देश्य न केवल वाहन सुरक्षा को बढ़ाना है, बल्कि देश की सड़कों पर विभिन्न चुनौतियों का समाधान भी करना है।
Diese Geschichte stammt aus der January 27, 2024-Ausgabe von Jansatta.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der January 27, 2024-Ausgabe von Jansatta.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
विकासशील देशों के लिए महत्त्वपूर्ण मामलों में कोई प्रगति नहीं: भारत
सीओपी 29 में विकसित देशों के प्रति निराशा, वित्तीय एवं प्रौद्योगिकी मदद के बिना जलवायु परिवर्तन से निपटना असंभव
अश्विन से मैच में सतर्क रहने की जरूरत: स्मिथ
स्टीव भारतीय गेंदबाज का 2023 में दो बार शिकार बने
कार्लसन ने गुजराती को हरा कर खिताब जीता
नार्वे के मैग्नस ने कोलकाता में दूसरी बार ट्राफी हासिल की
जसप्रीत बुमराह बने कप्तान, पर्थ में राहुल करेंगे पारी का आगाज
आस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित पहले टेस्ट से बाहर
जापान को 3-0 से हरा कर भारतीय टीम सेमी फाइनल में
दीपिका ने किए दो गोल, उप कप्तान नवनीत ने भी दागा एक गोल
टमाटर के दामों में एक महीने में 22 फीसद की गिरावट
विभाग ने बेहतर आपूर्ति को बताया दाम घटने की वजह, मौसमी आवक के कारण कीमतों में आई कमी
हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
भारत ने हासिल की बड़ी सैन्य उपलब्धि
दिल्लीवासियों पर प्रदूषण और कोहरे की दोहरी मार, दृश्यता पर भी असर
राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता स्तर शाम चार बजे 441 दर्ज किया गया
दिल्ली विस चुनाव महाभारत जैसा धर्मयुद्ध
कार्यकर्ताओं के बीच बोले केजरीवाल
शिक्षा का मकसद समाज की भलाई होना चाहिए: भावगत
भागवत ने कहा कि अनेक महान व्यक्ति हैं जिन्होंने स्कूल में शिक्षा हासिल न करने के बावजूद समाज को महत्त्वपूर्ण दिशा दिखाई।