इंदौर विकास प्राधिकरण की संपदा शाखा के अधिकारियों की मनमानी के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। इस कड़ी में जो नया मामला सामने आया है वह प्राधिकरण की करोड़ों रुपए कीमत की पांच संपत्ति को छुपाने का है। इन संपत्ति के आवंटन के लिए प्राधिकरण की ओर से ना तो टेंडर जारी किया जा रहा है और नहीं लॉटरी की सूची में उसे शामिल किया जा रहा है।
इंदौर विकास प्राधिकरण के पास हजारों करोड रुपए की संपत्ति विक्रय के लिए शेष है। इ संपत्ति का प्राधिकरण को आवंटन करना है लेकिन प्राधिकरण के द्वारा संपत्ति को जनता को देने के कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है। विधानसभा चुनाव के पहले प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा और मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार की रुचि के कारण प्राधिकरण के द्वारा लॉटरी के माध्यम से संपत्ति के आवंटन का बड़ा फैसला लिया था। इस फैसले के तहत प्राधिकरण की ओर से योजना क्रमांक 97 पार्ट 4 के साथ ही योजना क्रमांक 140 और अन्य संपत्ति को एक निश्चित दर पर लॉटरी के माध्यम से आवंटित करने के लिए जारी किया गया था।
Diese Geschichte stammt aus der 27 December 2023-Ausgabe von Rising Indore.
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