![जिंदगी से बड़ी सजा ही नहीं और क्या जुर्म है पता ही नहीं? हाईकोर्ट जिंदगी से बड़ी सजा ही नहीं और क्या जुर्म है पता ही नहीं? हाईकोर्ट](https://cdn.magzter.com/1556262905/1723611364/articles/GrZmmIMjn1723628212196/1723628450028.jpg)
ईकोर्ट ने यह दिशा-निर्देश दिए कि हा कैदियों को समय पर सालसा यानी स्टेट लीगल सर्विसेस अथॉरिटी के जरिए कानूनी सहायता मिले और उनके जमानत आवेदन प्रस्तुत होने में विलंब ना हो, क्योंकि स्वतंत्रता का प्रत्येक क्षण अनंत काल के समान है और खोने के लिए कोई समय नहीं है। समय रहते कार्यवाही की जानी चाहिए। हाईकोर्ट ऐसे मामले की सुनवाई कर रहा था जिसमें हत्या के आरोपी को 14 साल की सजा के बाद जमानत दी गई थी। आरोपी वर्ष 2008 से जेल में बंद था। इसके खिलाफ बुलंदशहर के थाना जहांगीराबाद में आईपीसी की धारा 394 एवं 302 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज है। कोर्ट ने आरोपी की जमानत अर्जी मंजूर कर ली जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि भारतीय संविधान के सबसे अंतर्निहित क्षेत्र में स्थित मानवीय स्थिति के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे भी जमानत आवेदनों में उठते है। कोर्ट ने यह सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए कि कैदियों को समय पर कानूनी सहायता मिले और जमानत याचिकाओं में देरी न हो। हाईकोर्ट ने कहा कि स्वतंत्रता के मामले में प्रत्येक क्षण अनंत काल है और खोने के लिए कोई समय नहीं है। यही नहीं कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि कई भारतीय नागरिकों के लिए स्वतंत्रता की वास्तविकता अधिक गंभीर है। इस चर्चा से उभरने वाले कैदियों के एक वर्ग की दुर्दशा अगस्त 1947 की आधी रात के घातक आघात की ललक को कम कर देती है।
हाई कोर्ट ने प्रसिद्ध शायर फैज अहमद फैज के एक नज्म जो आजादी के दिन के लिए लिखी गई थी उसका उल्लेख करते हुए कहा कि ये दाग दाग उजाला, ये शब-गज़ीदा सहर वो इंतजार था जिस का ये वो सहर तो नहीं।'
हाईकोर्ट ने अपने 90 पेज के निर्णय में कैदियों को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं हैं। कोर्ट ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अदालत के समक्ष आए अधिकांश मामलों में आरोपी समाज के कमजोर वर्ग से थे और उन्हें एक दशक से अधिक समय तक कानूनी सहायता नहीं मिल सकी जिसके कारण जमानत आवेदन प्रस्तुत करने में विलंब हुआ है। कानूनी सहायता के अभाव में इस वर्ग के कैदियों को स्वतंत्रता से वंचित किया जाना सही नहीं है।
Diese Geschichte stammt aus der 14 August 2024-Ausgabe von Rising Indore.
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![किसी भी धर्म के होने पर भी लीव एंड रिलेशनशिप में रह सकते हैं हाई कोर्ट किसी भी धर्म के होने पर भी लीव एंड रिलेशनशिप में रह सकते हैं हाई कोर्ट](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/9mDe_bZvi1739355079461/1739356888420.jpg)
किसी भी धर्म के होने पर भी लीव एंड रिलेशनशिप में रह सकते हैं हाई कोर्ट
हाईकोर्ट ने लिव इन रिलेशनशिप को मान्यता देते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय दिया है। कोर्ट ने बालिग जोड़ों को साथ रहने की स्वतंत्रता दी है, हाईकोर्ट के अनुसार अगर बालिग जोड़ा अलग जाति या धर्म का भी है तो भी वह बिना किसी रोक टोक के साथ रह सकते हैं।
20 हेक्टेयर जमीन की योजना पर बिल्डिंग परमिशन का रास्ता साफ
प्राधिकरण ने निगम को जमा कराए 3.20 करोड़
![ढाई हजार हेक्टेयर में आकार लेगा नया नगर ढाई हजार हेक्टेयर में आकार लेगा नया नगर](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/gwEPrQvm61739355469136/1739356902203.jpg)
ढाई हजार हेक्टेयर में आकार लेगा नया नगर
200 फीट की चौड़ी सड़कें होंगी, हॉस्पिटल - स्कूल-कॉलेज भी बनेंगे अंडरग्राउंड सीवर सिस्टम होगा और बिजली लाइनें भी अंडरग्राउंड होंगी। यहां बारिश के पानी की निकासी की अत्याधुनिक व्यवस्था होगी।
![इंदौर में एम्स की जरूरत इंदौर में एम्स की जरूरत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/mFktDW-AJ1739354232638/1739356709747.jpg)
इंदौर में एम्स की जरूरत
भले ही इंदौर चिकित्सा हब के क्षेत्र में कदमताल कर रहा है, लेकिन यहां अब भी एक बड़े और अत्याधुनिक सरकारी अस्पताल की कमी महसूस की जा रही है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान केवल एक अस्पताल नहीं, बल्कि चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और उच्च स्तरीय उपचार का केंद्र होता है। सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं के साथ ही लाखों जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवन रक्षक भी हैं। जहां एम्स स्थापित होता है, वहां सरकारी अस्पतालों पर दबाव कम होता है और मरीजों को बेहतर इलाज मिलता है।
![ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आईडीए का 2500 करोड़ का स्टार्टअप - आईटी पार्क भी होगा प्रेजेंट ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आईडीए का 2500 करोड़ का स्टार्टअप - आईटी पार्क भी होगा प्रेजेंट](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/4OOV9JmfQ1739353916596/1739356686890.jpg)
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आईडीए का 2500 करोड़ का स्टार्टअप - आईटी पार्क भी होगा प्रेजेंट
आईडीए और शासन का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 2500 करोड़ रुपए का है और यह भविष्य में इंदौर और मप्र के लिए विकास का बड़ा इंजन साबित होगा।
हेलो आइडीए से बोल रहा हूं आप कितना निवेश करेंगे...
इंदौर विकास प्राधिकरण में काम करने वाले बड़े ठेकेदार तथा प्राधिकरण से बड़े आकार के व्यावसायिक तथा आवासीय सह व्यावसायिक भूखंड क्रय करने वालों के पास इन दोनों प्राधिकरण के अधिकारियों के फोन आ रहे हैं।
![खजराना गणेश मंदिर के प्रसाद के लिए एयरपोर्ट पर मांगी जगह खजराना गणेश मंदिर के प्रसाद के लिए एयरपोर्ट पर मांगी जगह](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/bWQxxX7GY1739354713788/1739356745034.jpg)
खजराना गणेश मंदिर के प्रसाद के लिए एयरपोर्ट पर मांगी जगह
खजराना गणेश मंदिर का लड्डू का प्रसाद श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराने के लिए एयरपोर्ट पर जगह मांगी गई है। यह जगह मिलने के बाद विमान यात्रियों को विमानतल पर ही यह प्रसाद मिल सकेगा।
![नई उद्योग और पर्यटन नीति को मंजूरी पैदा होंगे 20 लाख रोजगार नई उद्योग और पर्यटन नीति को मंजूरी पैदा होंगे 20 लाख रोजगार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/1PyGgHKYD1739355746053/1739356948694.jpg)
नई उद्योग और पर्यटन नीति को मंजूरी पैदा होंगे 20 लाख रोजगार
मोहन कैबिनेट की बैठक में निवेशकों को 200 करोड़ तक की मदद, उद्योग संवर्धन नीति, नई उद्योग नीति की मंजूरी, पांच वर्षों में 13, 179 करोड़ रुपये का निवेश और 20 लाख नए रोजगार के अवसरों की बात की गई।
![सर्दी-खांसी कर रही है परेशान, तो अनहेल्दी चीजों से करें परहेज सर्दी-खांसी कर रही है परेशान, तो अनहेल्दी चीजों से करें परहेज](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/8e0C1YQRM1739354785011/1739356827944.jpg)
सर्दी-खांसी कर रही है परेशान, तो अनहेल्दी चीजों से करें परहेज
डॉ.आरती मेहरा ने बताया कि अनहेल्दी खानपान के चलते गले में एकोलिन की मात्रा बढने लगती है. जो एक एलर्जेन के रूप में खांसी और खराश का कारण साबित होता है। ऐसे में खानपान में खास एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है। अगर आप भी खांसी जुकाम के दौरान आहार को लेकर कंफ्यूज हैं, तो जानें क्या कहती हैं एक्सपर्ट डॉ.आरती मेहरा
![जनवरी में इंदौर में 17 हजार गाड़ियां रजिस्टर्ड जनवरी में इंदौर में 17 हजार गाड़ियां रजिस्टर्ड](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/19401/1992222/ZuGiKRNv31739354470353/1739356728783.jpg)
जनवरी में इंदौर में 17 हजार गाड़ियां रजिस्टर्ड
मेला लगा ग्वालियर में लेकिन गाड़ियां सबसे ज्यादा बिकी इंदौर में