पतिपत्नी हो या प्रेमीप्रेमिका, इस तरह के रोमांटिक और दिल से जुड़े रिश्तों के लिए ठहाके और खुशमिजाजी जैसी स्वभावगत विशेषताएं बहुत माने रखती हैं. जिंदादिल खुशमिजाज पार्टनर के साथ जिंदगी तनावरहित गुजरती है.
फिर भला ऐसे पार्टनर को कौन छोड़ना चाहेगा? ऐसे पार्टनर के साथ इंसान चाह कर भी झगड़ नहीं सकता. बस प्यार कर सकता है. जिंदादिली सिर्फ हैल्दी रिलेशनशिप के लिए ही नहीं बल्कि हैल्दी लाइफ के लिए भी जरूरी है.
2018 में 'रिसर्च इन पर्सनैलिटी जर्नल' में प्रकाशित मार्टिन लूथर विश्वविद्यालय हेले विटेनबर्ग के मनोवैज्ञानिकों की एक शोध रिपोर्ट सामने आया था कि खुशनुमा माहौल और हंसी, रोमांटिक रिश्तों को बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. किसी भी रिश्ते में दोनों साथी जब एक ही तरह खुल कर हंसते हैं तो उन का रिश्ता ज्यादा मजबूत होता है. वहीं जो लोग हंसने से डरते हैं या हंसी का पात्र बनने से डरते हैं वे किसी भी रिश्ते में कम खुश रहते हैं जिस का असर अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक रिश्तों और शारीरिक रिश्तों पर भी पड़ता है.
हंसीमजाक और जिंदादिली किसी भी रिश्ते को मजबूत रखने के मूलमंत्र हैं. रिश्तों को ले कर किए गए विभिन्न शोध तथा विशेषज्ञों की राय भी यही है कि जहां रिश्तों में ठहाके और मुसकराहटें होती हैं, मजाकमस्ती होती है तथा खुशमिजाजी और खुलापन होता है उन रिश्तों की नींव न सिर्फ मजबूत होती है बल्कि ऐसे रिश्तों में समस्याएं तथा तनाव भी ज्यादा समय तक टिक नहीं पाता है.
जब हम तनाव में होते हैं तो हमें अकसर ऐसा लगता है कि इस स्थिति पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है और हम असहाय महसूस करते हैं. लेकिन जब हम हंसते हैं तो हमें लगता है कि हम इसे संभाल सकते हैं. प्रयास करें तो सब फिर से अच्छा हो जाएगा. पार्टनर भी जब इसी भाव के साथ आप का हाथ पकड़ता है तो आप हर मुश्किल और चुनौती को पार कर जाते हैं. इस से आप का रिश्ता और भी ज्यादा गहरा हो जाता है.
रिश्तों में खुशमिजाजी क्यों जरूरी
Diese Geschichte stammt aus der June Second 2024-Ausgabe von Grihshobha - Hindi.
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