Electroniki Aapke Liye - June 2024
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कैसा विचित्र संयोग है कि कोरोना विषाणु से बचाव के लिए तीन साल पहले
लोग जिन टीकों की खुराक पाने को घंटों कतार में लगे रहते थे, वही टीके अब उन्हें
डराने लगे हैं। खासकर कोविशील्ड को लेकर कुछ अधिक खौफ फैलाया जा रहा है।
दरअसल, ब्रिटेन की दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने वहां की एक अदालत में
स्वीकार कर लिया है कि उसके टीके के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। एस्ट्राजेनेका टीका
कुछ दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस (टीटीएस) का
कारण बन सकता है। इससे खून के थक्के जम सकते हैं और प्लेटलेट काउंट कम हो
जाता है। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कुछ गंभीर मामलों में दिल का दौरा यानी हर्ट अटैक का
कारण भी बन सकता है। इसे लेकर वहां के कानून के मुताबिक कंपनी पर जुर्माना
लगाया गया है। अब तो एस्ट्राजेनेका ने पूरी दुनिया से अपने टीके वापस मंगा लिए हैं।
इस खबर के बाद भारत में भी दहशत का माहौल है। यह खौफ इसलिए फैला है कि
एस्ट्राजेनेका के फार्मूले पर ही पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड नामक टीके का
विकास किया था। भारत में इस टीके की खुराक कई करोड़ लोग ले चुके हैं। हालांकि
चिकित्सा विशेषज्ञ समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि कोविशील्ड या दूसरी वैक्सीन के
खतरे अब बिल्कुल नही हैं। टीका लेने के पांच से छह हफ्तों के भीतर ही साइड इफेक्ट
यानी दुष्प्रभाव का खतरा रहता है, वह भी एक लाख में एक-दो लोगों को। मगर लोगों
Electroniki Aapke Liye Magazine Description:
Editor: AISECT Publication
Categoría: Science
Idioma: Hindi
Frecuencia: Monthly
हिंदी में इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर विज्ञान एवं नई तकनीक की पत्रिका
राष्ट्रीय राजभाषा शील्ड सम्मान, रामेश्वर गुरु पुरुस्कार, भारतेन्दु पुरुस्कार तथा सारस्वत सम्मान से सम्मानित
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