Kendra Bharati - केन्द्र भारती - August 2022Add to Favorites

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August reminds us of the Freedom Revolution. This being 75th year of Independence, it becomes more significant.

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्वामी विवेकानन्द का प्रभाव

“आगामी पचास वर्ष के लिए यह जननी जन्मभूमि भारतमाता ही मनो आराध्य देवी बन जाए।... अपना सारा ध्यान इसी एक ईश्वर पर लगाओ, हमारा देश ही हमारा जाग्रत देवता है। सर्वत्र उसके हाथ हैं. सर्वत्र उसके पैर हैं और सर्वत्र उसके कान हैं।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्वामी विवेकानन्द का प्रभाव

10+ mins

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और डॉ. हेडगेवार

डॉ. हेडगेवार ने स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी के लिए ही छोड़ी थी डॉक्टरी

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और डॉ. हेडगेवार

10+ mins

भगत सिंह - सुखदेव - राजगुरु

‘एक जीवन और एक ध्येय' वाले तीन मित्र भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु, इन तीनों की मित्रता क्रान्ति के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। बसंती चोला के इन दीवानों की ऐसी मित्रता थी जो जीवन के अंतिम क्षण तक साथ थी और बलिदान के बाद भी एक साथ उनका स्मरण किया जाता है।

भगत सिंह - सुखदेव - राजगुरु

8 mins

महान स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे

वर्ष १८५६ में शिवपुरी में स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी, शौर्य और दुस्साहस के प्रतीक तात्या टोपे को अंग्रेजों द्वारा फांसी दी गई थी।

महान स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे

5 mins

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस

“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' - इस उद्घोष से भारतवर्ष में शक्ति का जागरण करनेवाले भारत माँ के क्रान्तिकारी सपूत नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का जन्म २३ जनवरी १८६७ को जानकीनाथ और प्रभाती बोस के घर में जब हुआ तब शायद ही उनके माता-पिता ने कभी सोचा हो कि उनका यह छठा पुत्र और नौवां बच्चा भारत के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़नेवाला है। हालांकि माता-पिता को यह मअनुभव होने में देर नहीं लगी कि उनका यह पुत्र सुभाषचन्द्र अपने बाकी भाई और बहनों से बहुत अलग था।

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस

8 mins

गांधी : एक अभिनव मूल्यांकन

५ फरवरी, १६२५ को "यंग इण्डिया' में गांधीजी ने एक महाशय का पत्र और उसका उत्तर छापा । पत्र-लेखक द्वारा लिखा गया था- "आप हर वक्त हमसे कहते हैं कि मुसलमानों के सामने झुको। उनके विरुद्ध अदालत भी कदापि मत जाओ। अच्छा बताइए हमारी ही जमीन पर हमसे पूछे बिना ही कोई मस्जिद बनाने लगे तो हम क्या करें?"

गांधी : एक अभिनव मूल्यांकन

4 mins

क्रान्तिकारी सुशीला देवी

भारत की स्वतंत्रता एक दीर्घकालिक संघर्ष एवं असंख्य बलिदानों की परिणीति थी।

क्रान्तिकारी सुशीला देवी

3 mins

महर्षि योगी अरविन्द

१५ अगस्त जयन्ती पर विशेष

महर्षि योगी अरविन्द

7 mins

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Kendra Bharati - केन्द्र भारती Magazine Description:

EditorVivekananda Kendra

CategoríaReligious & Spiritual

IdiomaHindi

FrecuenciaMonthly

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की सांस्कृतिक मासिक हिन्दी पत्रिका "केन्द्र भारती"

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