जवाब में बच्चे पुकारते, “पेडर आया, खिलौने लाया।” फिर उन्हें घेर लेते। पेडर हर बच्चे को उसकी पसंद का खिलौना पकड़ा देते। फिर हंसते हुए आगे बढ़ जाते।
पेडर को हर बच्चे का जन्मदिन ठीक-ठीकयाद रहता था। उस दिन वह उस बच्चे को अपनी ओर से खिलौना भेंट किया करते थे। वैसे वह गरीब थे, क्योंकि जितने खिलौने बेचते थे, उससे ज्यादा वैसे ही बांट देते थे।
Esta historia es de la edición May 2020 de Nandan.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición May 2020 de Nandan.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
दुनिया दिमाग की
दिमाग हमारी कल्पना से भी ज्यादा जटिल और दिलचस्प प्राकृतिक रचना है। शरीर की सभी स्वचालित प्रणालियों को दिमाग संचालित करता है। पलकों का झपकना, सांसों का चलना, दिल की रफ्तार तमाम क्रियाएं दिमाग के इशारे पर चलती हैं।
ग्रहों का सौदागर
एक उड़नतश्तरी जूम... म... म...' की आवाज के साथ प्रोफेसर राजन के यान के ऊपर से निकली व उनके आगे-आगे उड़ने लगी। प्रकाश से तीन गुना तेज उड़ती उड़नतश्तरी! प्रोफेसर को यह देखकर हैरानी हुई कि वह यान पृथ्वी के 70 कॉलोनी ग्रहों में से किसी का भी नहीं था। तभी उनके यान की स्क्रीन पर शब्द उभरे, अपने यान का इंजन बंद कर दीजिए। यह हमारे नियंत्रण में है। हम दोस्त हैं। आप हमारे यान में तुरंत आ जाइए।'
वर्फेन में है दुनिया की सबसे बड़ी बर्फानी गुफा
ऑस्ट्रिया के वर्फेन में एक ऐसी बर्फानी गुफा है, जहां शिवलिंग जैसी बहुत विशाल आकृति बनती है। गुफा में इसके अलावा कई और भी आकृतियां बनती हैं।
आओ खेलें मस्ती भरे खेल
खेल खेलने की न कोई उम्र होती है, ना ही खेलने वालों के लिए खेलों की ही कोई कमी है। घर के अंदर घर वालों के साथ भी इतने खेल खेले जा सकते हैं कि छुट्टियां खत्म हो जाएं, पर शायद सभी खेल पूरी तरह से ना खेल पाएंगे हम।
तानू और नानू
दो चूहे थे तानू और नानू, जो शैतानों के सरदार थे। दोनों ही दिनभर धमा-चौकड़ी मचाते और दूसरों को परेशान करते थे।
मिलती हैं जहां परियां खुशियों के वेश में...
परियां होती हैं या नहीं, इस बहस से अलग शायद हर बच्चे ने अपने बचपन में अपने बड़ों से परी कथाएं जरूर सुनी होंगी। परियों की छड़ी, उनके साथी बौने और परियों की बच्चों से दोस्ती की कहानी पढ़-सुनकर ही बच्चे बड़े होते हैं। ये परी कथाएं हमें क्या सिखाती हैं, आओ जानें...
फिर आएगा छुट्टियों का मजा
गरमी आते ही तुम्हारे मन में यह बात जरूर आती होगी कि इस बार इन छुट्टियों में क्या- क्या करना है!छुट्टियों में तुम घर में रहकर ही मस्ती कर सकते हो। कुछ क्रिएटिव काम करके अपना समय बिता सकते हो।
परियां कहां से आई
परी कथाएं सुनना, कहना या पढ़ना हर बच्चे को पसंद होगा। परी की कल्पना कैसे और क्यों हुई, कैसे सारी दुनिया में परी कथाएं छा गईं और इसमें ऐसी क्या खास बात है कि आज भी बच्चों में इसकी लोकप्रियता कम नहीं हुई? आओ जानते हैं
जेब्रा से बनी जेब्रा क्रॉसिंग
जेब्रा की बॉडी इसे गधे और घोड़े के वर्ग में शामिल करती है। इनकी शारीरिक बनावट ही इन्हें एक-दूसरे से अलग भी करती है। जेब्रा के शरीर पर सफेद और काला, केवल दो ही रंग होते हैं। यही इन्हें इनके वर्ग के दूसरे जानवरों से बिल्कुल अलग रूप देते हैं।
जलपरी ने कहा
'समुद्र के तट पर एक गरीब मछुआरा रहता था। एक दिन वह मछली पकड़ रहा था, तो जाल में एक जलपरी आ फंसी। उसका धड़ और सिर एक स्त्री का था और बाकी शरीर मछली का मछुआरा चकित होकर उसकी ओर देखने लगा।