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" मैं सांसद बना तब सचिन ढाई साल के थे"
कौन हैं ये? आप पहचानती हैं? हाथ में सरकारी योजनाओं के कार्ड लिए बाड़मेर की बुजुर्ग महिला यह सुन लजाईं फिर मुस्काईं. नाम नहीं बोल पाईं, सिर्फ इतना कहा, 'बड़ा परधान हैं.' यह सुन अशोक गहलोत ने ठहाका लगा दिया. राजस्थान के मुख्यमंत्री महंगाई राहत कैंप के दौरों पर निकले थे.
कोरोमंडल रेल हादसे के सबक
एक अंदरुनी कहानी : कैसे दुर्घटना हुई, कौन है दोषी, और रेल की सुरक्षा में सुधार के लगवा किया जाना चाहिए
भारत-अमेरिकाः रक्षा संबंध रस्म अदायगी से आगे
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जेम्स ऑस्टिन का हालिया नई दिल्ली दौरा ऐसे समय पर हुआ जब बमुश्किल दो हफ्ते बाद ही 21 जून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा शुरू होने वाली है.
गेहूं चला सीधे गल्ला बाजार
लखनऊ से सीतापुर हाइवे के किनारे मौजूद खाद्य और रसद विभाग के डिपो में संचालित गेहूं क्रय केंद्र में कर्मचारियों का ज्यादातर समय किसानों की राह ताकने में ही बीत रहा है.
शाही परिवार की पार्टी
कोल्हापुर के शाही परिवार के वंशज संभाजीराजे छत्रपति ने 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. राजे ने अपने सामाजिक संगठन 'स्वराज्य' को इसी नाम के राजनीतिक दल में बदल दिया है.
केसीआर फिर जादू चलाने को बेकरार
दो जून को तेलंगाना गठन के दस साल पूरे हुए थे. इस मौके पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के सुप्रीमो के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने राज्य गठन से जुड़ी स्मृतियों को ताजा करने के लिए 21 दिवसीय समारोह को हरी झंडी दिखाई.
कायम रहेगी यह बढ़त ?
हाल ही आए आंकड़े बताते हैं कि भारत ने 202223 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.2 फीसद की वृद्धि दर्ज की, जो ज्यादातर अर्थशास्त्रियों और केंद्र के खुद के 7 फीसद के अनुमान से थोड़ी ज्यादा है.
महेश भट्ट मुझे देखते ही रह गए
अभिनेता प्रशांत नारायणन की फिल्म आ रही है चिड़ियाखाना. उनसे मर्डर-2 समेत दिल्ली, थिएटर और पूरे सफर पर बातचीत
लाशों का पहाड़ एवरेस्ट
माउंट एवरेस्ट पर पहली बार चढ़े जाने को 70 साल पूरे हो चुके हैं. एवरेस्ट की चढ़ाई बाजारीकरण की चपेट में हैं. बर्फ पर लाशों और कचरे की चादर बिछी हुई है. नतीजा, पहाड़ का पिघलना और हर साल बढ़ती हुई मौतें
जो भी बाथरूम जाए उनको दो दो फिल्मफेयर हाथ लगें
दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अरसे बाद एक अहम रोल में आए हैं. यह किरदार है ताज-2 सीरीज में मुगल बादशाह अकबर का. इसका पार्ट-2 आ चुका है. संपादक सौरभ द्विवेदी से उन्होंने कई मसलों पर बेबाक बात की. उसके अंशः
अब अनदेखी मुमकिन नहीं
साल 2022 में आदिवासियों के लिए कई चीजें पहली बार हुईं
बच्चों का खेल नहीं
भाजपा सरकार ने महिलाओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं बनाईं मगर असली चुनौतियां कहीं ज्यादा गहरी
भव्य भारत की तस्वीर
पूर्वोत्तर और केंद्र के बीच नजदीकी बढ़ाने की कोशिश में लगा यह मंत्रालय देश के लोगों के साथ-साथ पूरी दुनिया को समृद्ध भारतीय संस्कृति और पर्यटन की झलक दिखाना चाहता है.
जल प्रतिज्ञा
जल जीवन मिशन ने ग्रामीण घरों में नल से पानी पहुंचाकर काबिल-ए-तारीफ काम किया. कई दूसरी परियोजनाओं पर काम चालू
प्रयास नाकाफी
भारत ने पर्यावरण के मोर्चे पर अपने लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए पर उन्हें हासिल करने के लिए कसमें खाने से ज्यादा काम करने की जरूरत
खेलों से आगे की बात
कई सरकारी योजनाओं में खिलाड़ियों को संवारने का संकल्प लेकिन खेल संस्थाओं को पेशेवर ढंग से चलाना भी जरूरी
मिला-जुला रिकॉर्ड
प्रसारण को दूर-दूर तक पहुंचाने का लक्ष्य तो सराहनीय लेकिन मंत्रालय को अपनी 'कंट्रोलर' वाली छवि से छुटकारा पाना होगा
देश का नेटवर्क
बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास और टेलीकॉम उपकरणों के स्वदेशी उत्पादन पर रहा है इस मंत्रालय का जोर
संतुलन की कवायद
न्यायपालिका से मतभेद दूर करने और न्यायिक ढांचे को मजबूत करने जैसे कई काम नए मंत्री के जिम्मे
सितारों पर नजर
निजी खिलाड़ियों के प्रवेश के साथ भारत का अंतरिक्ष उद्योग ऊंची छलांग लगाने के लिए तैयार
उम्मीदों का भार
योजनाओं के पूरा होने की बात जहां तक है तो काम तेजी से चल रहा है, लेकिन अमल के मॉडल का न होना अच्छे इरादों पर पानी फेर रहा
दमदार आगाज
महज चार साल पुराने इस मंत्रालय में मंत्री रूपाला ने चुनौतियों के बीच काफी कुछ अंजाम दिया
सुधरती सेहत
शिक्षा और नियामक ढांचे में सुधार की दिशा में काम कर रहे आयुष मंत्रालय से सरकार का बेहद करीबी जुड़ाव है
तंदुरुस्ती है यहां...
कोविड के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी उपलब्धियों से संतोष नहीं किया बल्कि पीछे छूट गए लक्ष्यों में आई बाधाएं दूर कर उस दिशा में जी-जान से जुट गया
चुनौतियां बरकरार
सुधारों को लागू करना और किसानों की आय बढ़ाने का लक्ष्य हासिल करना इस मंत्रालय के लिए खासा चुनौतीपूर्ण बना हुआ है
इस बार तपिश कम
पिछले साल बुरी तरह डरा देने के बाद अब कोयले के उत्पादन और आपूर्ति में स्थिरता नजर आ रही; उदारीकरण ने प्रमुख परेशानियां दूर कर दी हैं
उधार की दरकार
कोविड-19 और यूक्रेन युद्ध के झटकों से उबर रहे इस क्षेत्र को अभी कुछ और मदद की जरूरत
खयाल आबोहवा का
ग्रीन मोबिलिटी रफ्तार पकड़ रही. ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को मुहैया छूट चरणबद्ध तरीके से खत्म करने का वक्त
सुधर रही सप्लाइ
पिछली गर्मियों में बिजली की दुश्वारियों के लिए आलोचना झेल चुके विद्युत मंत्रालय ने इस साल कुछ भी राम भरोसे नहीं छोड़ा
कड़वा यथार्थ
रूस से सस्ते कच्चे तेल का आयात फिलहाल राहत की बात है लेकिन भारत को अपना घरेलू उत्पादन भी बढ़ाना होगा