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देशद्रोहियों, आतंकवादियों को भी मानवाधिकारों के नाम पर सुविधा किंतु एक संत को जीवन-रक्षा हेतु नहीं कोई राहत!
जिन्होंने पूरी जिंदगी स्वदेशी को आगे बढ़ाया है उनको फोर्स किया जा रहा है कि तुम विदेशी इलाज कराओ!
गुरुदेव के स्वास्थ्य हेतु किये जप-अनुष्ठान का जादुई प्रभाव!
२०१२ में मुझे आँतों में सूजन हुई, जिसके लिए मैंने आयुर्वेदिक दवाइयाँ शुरू कीं। हालाँकि उनसे पूरा लाभ तो नहीं हो रहा था फिर भी मैंने सेवन चालू रखा।
मेडिकल ग्राउंड व मानवता के आधार पर आशारामजी बापू को बेल मिलनी ही चाहिए
...यहाँ तक कि अगर सुप्रीम कोर्ट में किसीकी अपील खारिज हो जाय तो भी उसको भी अपने अनुकूल ट्रीटमेंट का अधिकार है। आशाराम बापू की तो हाईकोर्ट में अपील भी पेंडिंग है। ऐसे में अगर उन्हें उनका अधिकार नहीं मिलता तो उनके साथ अन्याय होगा।
रामराज्य लाना है तो पहले बापूजी को रिहा करो!
व्यासपीठ सच नहीं बोलेगी तो कौन सच बोलेगा? जिस राष्ट्र में कवि और वक्ता ये दो चुप हो जाते हैं न, उस राष्ट्र का पतन हो जाता है।
हनुमानजी का स्वभाव अपने जीवन में ले आओ!
मंगलमय संदेश - श्री हनुमानजी के प्राकट्य दिवस पर विशेष
श्रीरामजी, दशरथजी और कौसल्याजी का तात्त्विक अर्थ
मंगलमय संदेश - श्रीराम नवमी पर विशेष
शाहों के शाह साँईं लीलाशाह!
साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के प्राकट्य दिवस पर विशेष
बालक पुरुषोत्तम का भगवत्प्रेम
गंगा-तट पर स्थित देवपुरी नामक गाँव में पुरुषोत्तमदासजी महाराज नाम के एक बहुत उच्च कोटि के संत हो गये। उनका जन्म एक साधारण कुटुम्ब में हुआ था। ३-४ साल की उम्र में उनके पिता चल बसे और ६ साल की उम्र में माता भी चल बसीं। बड़ी बहन ने उनको पाला-पोसा। बहन भगवान की भक्त थी। वह सत्संग में जाती थी तब छोटे पुरुषोत्तम को भी साथ में ले जाती थी।
भागकर कहाँ जाओगे?
एक राजा ने रात में सपना देखा कि एक काली छाया आयी है और कह रही है : \"हे राजन् ! कल शाम को सूरज ढलने से पहले ठीक जगह पर पहुँच जाना।’’
बुद्धि शुद्ध हो तो घसियारिन का उपदेश भी लग जाता है
संत कबीरजी कहते हैं :
महँगा सौदा
एक किसान जा रहा था अपने खेत की रखवाली करने के लिए। रास्ते में उसे एक गठरी मिली।
जीवन के ओज की रक्षा कैसे करें?
जो विकारों के प्रभाव में आकर आकर्षित हो जाता है उसका सेवा में मन नहीं लगेगा, वह सेवा से च्युत हो जायेगा, भ्रष्ट हो जायेगा; ज्ञान से, संयम से, तप से भी भ्रष्ट हो जायेगा। जब तक पूर्णता को नहीं पाया तब तक स्त्री पुरुष की तरफ देखकर प्रभावित होती है और पुरुष स्त्री की तरफ देख के प्रभावित होता है, उनके हृदय में क्षोभ पैदा होता है... और यह है प्रकृति का, कई जन्मों का संस्कार। मनुष्य-जन्म में पुरुषार्थ करके उसे हटाना है।
द्वन्द्रों से मुक्ति और अद्वैत की प्राप्ति
मन का निग्रह कैसे किया जाय इस बारे में बताते हुए भगवान श्रीकृष्ण उद्धवजी से कहते हैं: \"मन ही सुख-दुःख का कारण है और संसार भी मनःकल्पित है। जिसे संसार का दुःख नष्ट करना हो उसे अवश्य ही मन पर काबू पाना चाहिए क्योंकि मन के सिवाय दुःख देनेवाला त्रिभुवन में दूसरा कोई नहीं। मन अत्यंत चंचल है, वह सहसा स्थिर नहीं रहता। इसलिए जिससे भेदभाव दूर हो सके ऐसा विचार करने का अवसर उसे दिन-रात देना चाहिए।
आनंदस्वरूप के ज्ञान-माधुर्य को जगाने का उत्सव
होली पर्व : २४ व २५ मार्च
आत्मशिव को कैसे पायें?
भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं: न मां दुष्कृतिनो मूढाः प्रपद्यन्ते नराधमाः ।...
ब्रह्महत्या जैसे पापों व पिशाच योनि से मुक्तिदाता व्रत
जया एकादशी पर विशेष
मुझे बहुत दुःख है कि बापूजी जैसे के उच्च कोटि के महापुरुष अब भी जेल में हैं
पद्मश्री विभूषित १२७ वर्षीय योगगुरु पधारे मोटेरा आश्रम, कहा:
शीत ऋतु में विशेष सेवनीय स्वास्थ्यप्रद व बलवर्धक तिल
आयुर्वेद के अनुसार तिल स्निग्ध, मधुर, उष्ण, पचने में भारी व वायुशामक हैं तथा कफ व पित्त प्रकुपित करनेवाले हैं। ये बल, बुद्धि एवं जठराग्नि को बढ़ानेवाले, त्वचा एवं बालों के लिए हितकर तथा वर्ण को निखारनेवाले हैं। प्रमेह (मूत्र-संबंधी विकार) में ये एक उत्कृष्ट औषधि हैं।
दूसरों का अमंगल चाहने पर होता अपना अमंगल
विद्यार्थी संस्कार - ‘देवताओं की प्रार्थना स्वीकार करके महर्षि दधीचि ने देह-त्याग किया। उनकी अस्थियों से बने वज्र से अजेयप्राय वृत्रासुर को इन्द्र ने मारा और स्वर्ग पर पुनः अधिकार प्राप्त किया।’...
समाजसेवी पुण्यात्माओं के उद्गार
पूज्य बापूजी द्वारा प्रेरित मातृ-पितृ पूजन दिवस पर
महापुरुषों का संकेत - सावधान रहो, अपनी महान संस्कृति से देश को मत भटकाओ!
हमारे मनीषियों के अनुसार विवाह या शादी अनियंत्रित भोग भोगकर शक्ति का ह्रास करने के लिए नहीं वरन् संयम-सदाचार से रहते हुए अपने ओज-तेज, बल-बुद्धि की रक्षा करते जीवन को भगवद्रस से शाद-आबाद करने हेतु है। दुर्भाग्यवश अपनी संस्कृति की महानता से अनभिज्ञ कुछ भारतीय पाश्चात्यों की नकल करते हुए लिव-इन-रिलेशनशिप (स्वैच्छिक सहवास) जैसी कुप्रथाओं का शिकार हो रहे हैं।
करें रामजी के आदर्श चरित्र का अमृतपान
अयोध्या में श्रीराम मंदिर उद्घाटन के अवसर पर
प्रतिदिन हो रही हैं ९ लाख गोहत्याएँ वैज्ञानिकों ने उजागर किये गोहत्या के घातक परिणाम
‘ग्लोबल चेंज डाटा लैब' के ऑनलाइन प्रकाशन के अनुसार 'वैश्विक स्तर पर हर रोज लगभग ९ लाख गायों की हत्या होती है।' यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
आत्मसाक्षात्कार दिवस पर बही जनहित की गंगा निकलीं कीर्तन यात्राएँ, हुए अनेकानेक सेवाकार्य
१६ अक्टूबर को देश-विदेश में पूज्य बापूजी का आत्मसाक्षात्कार दिवस बड़ी श्रद्धा-भक्ति से मनाया गया।
भक्ति, मुक्ति, शांति व सफलता देनेवाला व्रत
सफला एकादशी : ७ जनवरी पर विशेष
आत्मा को किससे प्रमाणित करोगे?
यदि देह में आकर आत्मा कर्ता-भोक्ता, पापी-पुण्यात्मा, सुखी-दुःखी वास्तव में हो जाय तब तो मुक्त होने की उम्मीद छोड़ दो।
ठान ले और उससे हटे नहीं तो...
बालक गंगाराम लाहौर के सरकारी विद्यालय में पढ़ता था। आर्थिक कठिनाइयों के कारण वह कोई नौकरी करना चाहता था। उसके पिता एक अंग्रेज एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (कार्यपालक अभियंता) के यहाँ नौकरी करते थे।
मिला गुरुवर का सहारा, बदली चिंतन-धारा
ईश्वरप्राप्ति के पथिकों के जीवन में कभी-कभी ऐसा भी देखा जाता है कि शुभ कर्मों में संलग्न रहने पर भी उनके मन में प्रतिकूल विचार आ जाते हैं।
तुलसी का यह चमत्कार देख वैज्ञानिक रह गये हैरान!
तुलसी के अद्भुत गुण देखकर आज के विज्ञानी हैरान हैं।
इधर पीपल कटा, उधर बेटा मरा
(एक सत्य घटना पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)