(पूज्य श्री नारायण साँईजी के सत्संग-प्रवचन से)
Esta historia es de la edición June 2020 de vishvaguru ojaswi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición June 2020 de vishvaguru ojaswi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
भारत की सबसे कम हाइट की वकील
सफलता हासिल करने के लिए हाइट नहीं बल्कि हौसले बड़े होने चाहिए।
गृहस्थ धर्म क्या है ?
माता-पिता, समाज के ऋणानुबंध से मुक्त होने का माध्यम गृहस्थाश्रम है ।
संगीत जीवन की ध्वनि है...
जो रस की सृष्टि से उत्पन्न होता है, वह संगीत कहलाता है ।
सत्शिष्य के लक्षण
परम शांत अवस्था से बढ़कर व शांति के अनुभव से बढ़कर और कोई जगत में श्रेष्ठ अनुभव नहीं माना गया।
वर्तमान शिक्षा में परिवर्तन की आवश्यकता
ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चे पढ़ जरूर रहे हैं, पर उन्हें उचित ज्ञान प्राप्त नहीं हो रहा है।
स्वामी श्री लीलाशाहजी जीवन दर्शन
साधु-संग मनुष्य जीवन को कुंदन (सोना) बनानेवाला है।
कैदियों के उज्ज्वल जीवन का आधार : योग !
योग से न सिर्फ कैदियों की फिटनेस में सुधार हुआ बल्कि इससे उनमें हिंसा की प्रवृत्ति घटी ।
पूज्य श्री साँईंजी का रामनवमी पर विशेष संदेश
रामजी ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा और बुराई के विरुद्ध संघर्ष किया।
वर्तमान शिक्षा में परिवर्तन की आवश्यकता
उत्तम भोजन से उत्तम आरोग्य और उत्तम आरोग्य से उत्तम शिक्षा प्राप्त होगी।
वर्तमान शिक्षा में परिवर्तन की आवश्यकता
उद्यमिता कई चीजों से मिलकर बनी एक बड़ी आर्थिक-सामाजिक व्यवस्था है ।