पोल्ट्री फार्मिंग उभर रहा मुख्य व्यवसाय
Modern Kheti - Hindi|15th November 2022
आधुनिक समय में पोल्ट्री शब्द को एक बड़े स्तर पर लिया जाने लगा है। इस अधीन मुर्गी फार्म, टर्की, एमू इत्यादि का पालन पोषण भी किया जाने लगा है। मुख्य तौर पर पोल्ट्री में मुर्गी पालन इससे प्राप्त अंडे एवं मीट आते हैं। इसमें हमारा ध्यान पोल्ट्री के मौलिक उत्पादों, मुर्गी फार्म पर भी किया गया है।
पोल्ट्री फार्मिंग उभर रहा मुख्य व्यवसाय

भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां के किसानों को खेती के साथ-साथ सहायक व्यवसायों की ओर लाना भी मुख्य आवश्यकता है। डेयरी, मत्स्य पालन, पोल्ट्री जैसे सहायक व्यवसायों पर सरकार भी बहुत कार्य कर रही है। इन व्यवसायों को व्यावसायिक स्तर पर अपनाकर किसान एक तरफ अपनी भूमि से जुड़े रहते हैं और दूसरी तरफ अधिक पैसा भी प्राप्त कर सकते हैं।

आधुनिक समय में पोल्ट्री शब्द को एक बड़े स्तर पर लिया जाने लगा है। इस अधीन मुर्गी फार्म, टर्की, एमू इत्यादि का पालन पोषण भी किया जाने लगा है। मुख्य तौर पर पोल्ट्री में मुर्गी पालन इससे प्राप्त अंडे एवं मीट आते हैं। इसमें हमारा ध्यान पोल्ट्री के मौलिक उत्पादों, मुर्गी फार्म पर भी किया गया है।

भारत एक विकासशील देश है। इसकी एक बड़ी आबादी आवश्यक पौष्टिक तत्वों से वंचित रहती है। मनुष्य द्वारा खाये जाते भोजन में पोल्ट्री से प्राप्त अंडे, मीट, प्रोटीन, खनिज पदार्थों एवं विटामिन का एक बड़ा हिस्सा बनते हैं। यह संतुलित भोजन का अहम हिस्सा हैं। आधुनिक समय में टैक्नॉलोजी के विकास से मुर्गी एवं अंडों की नई किस्में विकसित की जा रही हैं जो विकास को और भी तेज करने में सहायता करते हैं।

पोल्ट्री उत्पाद, प्रोटीन का सस्ता स्रोत है। गत तीन दशकों से इसमें बड़ा परिवर्तन आया है। यह व्यवसाय घर में मुर्गी पालन से आज व्यवसायिक पद चिह्नों पर चलाया जाता एक बड़े उद्योग के तौर पर उभर कर सामने आया है। पोल्ट्री, कृषि सहायक व्यवसायों का सबसे तेजी से उभर रहा क्षेत्र है। कृषि क्षेत्र में इस समय स्थिरता वाली स्थिति बनी हुई है। आधुनिक समय में कृषि क्षेत्र 1.5-2 प्रतिशत विकास दर से आगे बढ़ रहा है। जबकि पोल्ट्री क्षेत्र की विकास दर 8-10 प्रतिशत एवं इससे भी ऊपर है। इस समय सयुंक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संस्थान (FAU) की सबसे अधिक अंडे उत्पादक देशों की श्रेणी में भारत का स्थान तीसरे नंबर पर है। एवं मीट उत्पादन में पांचवें नंबर पर है। भारत में आंध्रा प्रदेश, तामिलनाडू, महाराष्ट्र प्रांत अंडा उत्पादन में अग्रणीय हैं और मीट उत्पादन में हरियाणा, पश्चिमी बंगाल एवं उत्तर प्रदेश अग्रणीय हैं।

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