तकरार या प्यार
Champak - Hindi|August Second 2024
रिया ऋषि से 2 साल छोटी थी, वे एकसाथ उठते बैठते, खाते, खेलते और स्कूल जाते थे, मगर बातबात पर बहसबाजी और झगड़ा करते थे. इस से उनकी मम्मी बहुत परेशान रहती थीं...
कुसुम अग्रवाल
तकरार या प्यार

वे उन्हें समझाती थीं कि इस तरह झगड़ा करना बुरी बात है. हमें आपस में मिलजुल कर रहना चाहिए. इस के बहुत फायदे हैं. मगर मम्मी के समझाने का उन पर कोई असर नहीं हुआ. अपनी गलती मानने के बजाय वे एकदूसरे पर इल्जाम लगाते थे और बहस करने लगते.

एक दिन जब रिया आंगन में अपनी पसंदीदा गुड़ियों के साथ खेल रही थी और ऋषि अपने ब्लौकों से एक सुंदर घर बनाने में व्यस्त था तो गलती से एक ब्लौक रिया के डौल हाउस पर गिर गया.

"ऋषि भैया, देखो, तुम ने क्या किया? यह मेरी पसंदीदा गुड़िया है. तुम ने इसे चोट पहुंचाई है," रिया ने कहा, उस का चेहरा गुस्से से लाल हो गया.

"ओह, सौरी, रिया. मगर मैं ने यह जानबूझ कर नहीं गिराया है, यह मेरे हाथ से छूट गया था," ऋषि गिरे हुए ब्लौक को उठाते हुए बोला.

नहीं, मुझे सब पता है. यह तुम्हारी शरारत है. तुम हमेशा ऐसे ही मेरा खेल बिगाड़ते हो. रिया ने कहा और ऋषि द्वारा बनाए गए ब्लौक के घर को गिरा दिया. यह देख कर ऋषि ने गुस्से में आ कर उसे जोर से धक्का दिया जिस से रिया रोने लगी.

रिया के रोने की आवाज़ सुन कर मम्मी आईं और बोलीं, "बस, लड़नाझगड़ना बंद करो और अपनी समस्या को शांति से सुलझाने का कोई रास्ता ढूंढ़ो."

रिया और ऋषि बेमन से लड़ाई खत्म करने के लिए सहमत हो गए. मगर हमेशा की तरह अभी भी वे एकदूसरे से सीधे मुंह बात नहीं कर रहे थे.

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