![बचपन की सीख बचपन की सीख](https://cdn.magzter.com/1338812469/1729274704/articles/ASxnqxe2X1729503002800/1729503264755.jpg)
एक दिन सबुह वह अपने सहपाठी राहुल, श्याम, रुपेश, बृज और अनिल के साथ स्कूल जा रहा था. रास्ते में वे गोपी दादी के बड़े से खेत से गुजरे. बरसात का मौसम था और खेत में खीरे लगे थे.
राहुल ने कहा, "दादी के खेत में बहुत सारे खीरे लगे हैं. चलो, तोड़ कर लाते हैं."
"दादी हमें देखेंगी तो बहुत नाराज होंगी. वह अपने खेत पर हर समय नजर रखती हैं," श्याम ने जवाब दिया.
"हम 5 हैं और दादी अकेली हैं. अंशु चौकीदारी करेगा और हम खेत में घुस कर खीरे तोड़ लेंगे. ठीक है अंशु."
अंशु चोरी में उनके साथ शामिल नहीं होना चाहता था. उस की मां ने हमेशा उसे गलत काम करने से मना किया था, उसे चुप देख कर बृज बोला, "ज्यादा मत सोच अंशु. खीरे की चोरी असल में चोरी नहीं मानी जाती. तुम इस बारे में किसी से भी पूछ सकते हो."
यह सुन कर अंशु आश्वस्त हो गया. उस ने भी चाचा से सुना था की पहाड़ों में किसी के खेत से खीरे चुराना चोरी नहीं माना जाता. चारों दोस्त खीरे तोड़ने दादी के खेत में पहुंच गए, जबकि अंशु किनारे खड़ा हो कर चौकीदारी कर रहा था. अभी उन्होंने केवल दो ही खीरे तोड़े थे कि तभी दादी की तेज आवाज सुनाई दी.
अंशु चिल्लाया, "भागो, दादी आ गई है."
चारों ने अपने बैग उठाए और स्कूल की तरफ भाग गए, लेकिन अंशु वहीं रह गया. उसे उम्मीद थी कि दादी उस से कुछ नहीं कहेंगी, क्योंकि वह अकसर उनके घर आती थीं और लता व अंशु से बहुत प्यार करती थीं. दादी ने उसे पकड़ लिया और कहा, "अंशु, चोरी करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती."
"दादी, मैं ने खीरा नहीं चुराया है."
"लेकिन तुम उन 4 चोरों के साथ थे," इतना कह कर दादी ने जोर से उस के कान खींचे और कहा, "ठहर जा, अभी तेरी मां से जा कर शिकायत करती हूं. बेचारी दिनरात मेहनत कर के तुझे पालपोष रही है और तू इन आवारा लड़कों के साथ यह सब कर रहा है."
Esta historia es de la edición October First 2024 de Champak - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición October First 2024 de Champak - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
![चीनी की जीत चीनी की जीत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/IfBnAhO101739265538230/1739265931072.jpg)
चीनी की जीत
चिनी चींटी ने कन्नू कनखजूरे को देख कर कहा, \"कन्नू, तुम क्या कर रहे हो?\"
![गोलगप्पों के स्वाद का रहस्य गोलगप्पों के स्वाद का रहस्य](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/P8Jk3CRO51739265938430/1739266415709.jpg)
गोलगप्पों के स्वाद का रहस्य
\"ओह, पूरा एक सप्ताह और इस ठंडे मौसम में बिताना होगा,” प्रिया ने अपने दांत किटकिटाते हुए कहा और अपना स्वेटर कस कर अपने चारों ओर खींच लिया.
![रिपोर्टर डमरू रिपोर्टर डमरू](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/JX5h4-VqN1739261185508/1739261586038.jpg)
रिपोर्टर डमरू
जब चंपकवन के निवासियों को पता चला कि प्रसिद्ध अभिनेता लकी कुमार गोरिल्ला उन के जंगल में अपनी नई फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं, तो दर्जनों लोग शूटिंग स्थल की ओर दौड़ पड़े.
![एल्सा पर दोष एल्सा पर दोष](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/Yblr_j_0o1739260261466/1739260856516.jpg)
एल्सा पर दोष
जैसे ही कृति स्कूल से घर आई, उस के गोल्डन रिट्रीवर एल्सा ने उत्साह से भौंकना शुरू कर दिया. वह खुशी से गोलगोल घूम कर अपने पिछले पैरों पर खड़ा हो गया और उस ने कृति के चेहरे को चाटने की कोशिश की.
![पर्सी की समस्या पर्सी की समस्या](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/8NtxUHfrA1739261646576/1739262062491.jpg)
पर्सी की समस्या
13 फरवरी का दिन था और प्रेमवन में चहलपहल थी. वनवासी अपने एनुअल वैलेंटाइन डे मेले की तैयारी कर रहे थे, जो अगले दिन एमराल्ड तालाब के आसपास के क्षेत्र में आयोजित होने वाला था. तालाब और उसके परिसर की अंतिम सफाई चल रही थी और स्टेला हेजहोग इस की प्रभारी थी.
![गुलाबी संकेत और धीरज गुलाबी संकेत और धीरज](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/wU99jqne41739260860486/1739261171910.jpg)
गुलाबी संकेत और धीरज
\"काश, मैं कुछ कर पाता,” इंस्पैक्टर मिश्रा ने औफिस से लौटने के बाद खाने की मेज पर बैठते हुए कहा.
![बा और बापू बा और बापू](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1971275/sytLU69in1737698975777/1737700756734.jpg)
बा और बापू
मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें लोग 'महात्मा' और कुछ प्यार से 'बापू' कहते थे, मेरे परदादा एक असाधारण व्यक्ति थे.
![वादा गलत हो गया वादा गलत हो गया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1971275/8oezMZZsi1737700758794/1737701153156.jpg)
वादा गलत हो गया
‘मैं थक गई हूं, मैं पढ़ना नहीं चाहती,’ सुनैना ने बड़बड़ाते हुए कहा. उस की मां अंजना परेशान दिखीं, लेकिन उन्होंने शांत स्वर में कहा, “अभी तो सिर्फ तीन परीक्षाएं बाकी हैं. हम तुम्हारी परीक्षाओं के बाद सप्ताहांत में तुम्हारी पसंद की जगह छुट्टियां मनाने चलेंगे, मैं वादा करती हूं.”
![तिरंगा पुरस्कार तिरंगा पुरस्कार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1971275/LGpJnsRVB1737697918044/1737698174785.jpg)
तिरंगा पुरस्कार
जैसे ही वैली तितली ने टोटो चींटी को अपनी नई साइकिल पर तिरंगा झंडा लहराते हुए देखा, वह उड़ कर उस के पास आई और पूछा, “टोटो, तुम अपनी साइकिल पर तिरंगा झंडा लगा कर कहां जा रही हो?”
![हमारा संविधान हमारा संविधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1971275/zYLJd5BSC1737701159189/1737701448309.jpg)
हमारा संविधान
26 जनवरी नजदीक आ रही थी और चंपकवन के निवासी गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियों में व्यस्त थे. सबकुछ ठीक चल रहा था, तभी बैडी सियार के नेतृत्व में वनवासियों के एक ग्रुप ने जंगल के लिए अलग संविधान की मांग शुरू कर दी.