पहले स्त्रियों से चहारदीवारी के भीतर घर और बच्चों की देखभाल करने की अपेक्षा की जाती थी, मगर आज वे मातृत्व और कॅरिअर, दोनों में मजबूती से आगे बढ़ रही हैं।
मृणाल एक मल्टीनेशनल कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट की पोस्ट पर काम करती हैं। परिवार में पति और दो बच्चे हैं। पति भी दूसरी कंपनी में अच्छे पद पर हैं और दोनों बच्चे अच्छे कॉलेज में पढ़ रहे हैं। जिंदगी पटरी पर अच्छी रफ्तार से दौड़ रही है। लेकिन क्या मृणाल के लिए इस मुकाम तक पहुंचना आसान था? इस सवाल का मृणाल हंसते हुए जवाब देती हैं, "बिल्कुल नहीं! ऑफिस में मैनेजर को लगता है कि हमें काम सिर्फ उनके लिए करना है, जबकि परिवार और समाज को लगता है कि हमें घर और बच्चों को पहले देखना है।" मृणाल बताती हैं कि बच्चों को पालना और ऑफिस, दोनों अलग-अलग काम हैं और दोनों ही कठिन हैं। एक मां का रोल निभाते हुए कॅरिअर में आगे बढ़ना है तो पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच संतुलन बनाना सबसे ज्यादा जरूरी है। लेकिन दोनों के बीच संतुलन बनाने का कोई एक नुस्खा नहीं है, क्योंकि हर स्त्री की परिस्थितियां और चुनौतियां अलग-अलग होती हैं।
आज की महिलाओं की स्थिति पहले की तुलना में काफी अलग है। कुछ पीढ़ियों पहले तक महिलाओं से चहारदीवारी के भीतर रहकर घर और बच्चों की देखभाल करने की अपेक्षा की जाती थी, लेकिन आज ऐसा नहीं है। महिलाएं घर से बाहर निकलकर न केवल काम कर रही हैं, बल्कि हर जगह अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभा रही हैं। महिलाएं मातृत्व और कॅरिअर, दोनों जगह मजबूती से आगे बढ़ रही हैं।
बच्चे के आने के बाद महिलाओं के दिमाग में कई चीजें एक साथ चलती हैं, जिसका असर उनके काम पर पड़ सकता है।
Esta historia es de la edición July 28, 2023 de Rupayan.
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ढीला ढक्कन
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सर्दी के मौसम में अदरक का साथ
सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर को गरमी और ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?
ये परदे कुछ खास हैं
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कहीं छोटा न रह जाए!
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जेन-जी का आकर्षक स्टाइल
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क्या फट गई हैं एड़ियां?
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नए साल में खिलें फूल की तरह!
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सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
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तंदूरी प्याज कुलचा
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