हमारी भारतीय संस्कृति जिंदगी के हर रूप एवं पहलू को बहुत भव्यता के साथ उत्सव के रूप में मनाती है। जन्माष्टमी वात्सल्य रूप को समेटे हुए एक अद्भुत अप्रतिम त्योहार है, जो सिर्फ हमारे देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया से जाता है। यह पर्व रक्षाबंधन के बाद भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है।
कृष्ण के बाल रूप की मूर्ति को बेहद उल्लास से सजाना, उनके वस्त्र, झूला, भोग आदि का सुंदर तरीके से प्रबंध करना, व्रत रखना, पूजा-पाठ एवं सामूहिक भजन संध्या आदि कुछ ऐसे कार्य हैं, जो न सिर्फ हमारी ममता को अलौकिक रूप देते हैं, बल्कि सामूहिक रूप से पारिवारिक एवं सामाजिक संबंधों को घनिष्ठ भी बनाते हैं।
महिलाओं को रोजाना ही तनाव, मुश्किलों और संघर्षों का जीवन जीना पड़ता है। श्रीकृष्ण की भक्ति हर महिला-पुरुष को जीवन के संघर्षों से निकालकर खुशियों और प्रसन्नता के संसार की ओर ले जाती है। योगेश्वर श्रीकृष्ण का जीवन तमाम बाधाओं को पार करते और सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए नकारात्मक शक्तियों पर विजय प्राप्त करने की प्रेरणा देता है। हमें जीवन में हर पग पर और हर पल किसी न किसी प्रकार के संघर्ष का सामना करना पड़ता है। श्रीकृष्ण की भक्ति की शक्ति जीवन के इन संघर्षों पर विजय प्रदान करती है। जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की उपासना से जीवन में शांति, समृद्धि, मनोकामनापूर्ति और प्रेम की प्राप्ति होती है। फिर जीवन में चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, श्रीकृष्ण की कृपा और उनकी भक्ति से आप विपरीत हालात का सामना भी बेहद आसानी से कर पाती हैं।
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मन की साफ-सफाई
अचानक रीना ने गंभीर होते हुए कहा, \"मीता, मैं सोचती हूं, क्यों मन की सफाई भी कर लूं। आखिर भगवान जी हमारे दिल में ही तो विराजते हैं।\"
जहां देखो, बाल ही बाल
पेट्स दिन भर घर में दौड़-भाग करते हैं, इसलिए उनके बाल भी घर के हर कोने में नजर आते हैं, जिनकी सफाई आसान नहीं है।
याद रहे जन्मदिन पार्टी
आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है। अगर आप इसे यादगार बनाना चाहत हैं तो आपको थीम से लेकर ढेर सारी तैयारियां करनी होंगी।
रिश्तों का 'डे आउट'
भाई-बहन के रिश्ते में शरारत होती है और होता है ढेर सारा प्यार। अगर ये सब पीछे छूट गया है तो आपको और आपके भाई को एक 'सिबलिंग डे आउट' की सख्त जरूरत है।
निखार नहीं और अगले महीने शादी!
जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं, आपका निखार मुरझा रहा है। आपकी चिंता बढ़ गई है और तनाव दोगुना हो गया है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको प्राकृतिक तरीकों और एक सही ब्यूटी रूटीन पर भरोसा करना चाहिए।
मंद-मंद मुस्कुराती सर्दी में आप
सर्दी ने अपने पंख फैल लिए हैं। ठंड का अहसास होने लगा है। इस सुहावने मौसम में आपको जरूरत है अदरक वाली चाय की चुस्की और आरामदेह तथा स्टाइलिश लिबास की।
थोड़ी बोरियत भी अच्छी!
क्या आप भी कोई काम करते-करते बोर हो जाती हैं, तो अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाने के बजाय खुद को बोरियत की भावना में डूबने दें। जानकार कहते हैं कि बोरियत के कुछ पल आपकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को अनलॉक करने में मदद कर सकते हैं।
खाते-पीते आधी रात
जब मन हुआ, कुछ खा लिया। जब मन हुआ, कुछ पी लिया। मन नहीं भरता। कभी-कभी तो आधी रात में भी खाने की तलब लगती है। लेकिन क्या आपके शरीर को भोजन की इतनी जरूरत है?
अस्तित्व की तलाश
फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?
इस आदत को बदल डालें
कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?