क्या वह करने लगा है बहस?
Rupayan|June 21, 2024
बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते हैं, अपना पक्ष रखना सीख जाते हैं। लेकिन पक्ष रखने की यह आदत यदि तर्कपूर्ण न होकर बहस का रूप लेने लगे तो इस पर ध्यान देना जरूरी है।
मेखला गुप्ता
क्या वह करने लगा है बहस?

र्क करना या बहस करना अच्छा है, जब तक कि वह सकारात्मक पहलुओं पर की जाए। बच्चों में बहस करने की आदत सामान्य होती है, जो उनके मानसिक और सामाजिक विकास का हिस्सा है। सकारात्मक बहस बच्चों में आत्मनिर्भरता की भावना को जगाती है। मगर जब यह बहस नकारात्मकता की ओर बढ़े और विवाद का रूप लेने लगे तो इसे रोकना जरूरी हो जाता है, क्योंकि कई बार बहस करना बच्चों को उद्दंड भी बना देता है। इसलिए जरूरी है, समय रहते बच्चों के प्रश्नों और बहस के बीच के इस छोटे से फर्क को समझना और उनका उचित मार्गदर्शन करना।

Esta historia es de la edición June 21, 2024 de Rupayan.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición June 21, 2024 de Rupayan.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE RUPAYANVer todo
अस्तित्व की तलाश
Rupayan

अस्तित्व की तलाश

फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?

time-read
2 minutos  |
November 08, 2024
इस आदत को बदल डालें
Rupayan

इस आदत को बदल डालें

कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?

time-read
2 minutos  |
November 08, 2024
पानी में तैरते पोधे
Rupayan

पानी में तैरते पोधे

फ्लैट्स में लोगों के पास पेड़-पोधे लगाने के लिए जगह नहीं होती है। लेकिन कुछ ऐसे पोधे हैं, जिनको आप पानी में भी उगा सकती हैं।

time-read
2 minutos  |
November 08, 2024
वे क्यों हो गए चिड़चिड़े?
Rupayan

वे क्यों हो गए चिड़चिड़े?

परिवार का आशीर्वाद होते हैं बड़े-बुजुर्ग, लेकिन कई बार उनका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

time-read
2 minutos  |
November 08, 2024
पकवानों ने बिगाड़ दी सेहत की चाल?
Rupayan

पकवानों ने बिगाड़ दी सेहत की चाल?

त्योहारों पर खान-पान और दिनचर्या में अचानक लाव से कई बार आप बीमार पड़ जाती हैं, बढ़ता है या फिर पुरानी बीमारी ट्रिगर कर जाती है। ऐसे में आप क्या करती हैं?

time-read
4 minutos  |
November 08, 2024
आपकी खूबसूरती को ऑक्सीजन मिलेगी
Rupayan

आपकी खूबसूरती को ऑक्सीजन मिलेगी

तनाव केवल आपके दिमाग को ही परेशान नहीं करता, बल्कि चेहरे, बालों और शरीर पर भी नकारात्मक असर डालता है। ऐसे में सुंदरता को बनाए रखने के राज आपको योग में मिलेंगे।

time-read
1 min  |
November 08, 2024
मिस नैनी के आने से पहले!
Rupayan

मिस नैनी के आने से पहले!

आजकल की माताएं व्यस्त हैं। वे घरपरिवार, बच्चे, रिश्ते, सबको संभाल तो रही हैं, लेकिन अपने कॅरिअर को साथ लेकर। कई बार सब उलझने लगता है और आप बच्चे पर ध्यान नहीं दे पातीं। ऐसे में विचार आता है नैनी रखने का। लेकिन सवाल यह है कि एक अच्छी नैनी मिले कैसे?

time-read
7 minutos  |
November 08, 2024
यहां नाक का सवाल है!
Rupayan

यहां नाक का सवाल है!

गहने आपके लुक को कंप्लीट करते हैं। गले और कानों के साथ-साथ नाक के गहने चेहरे को आकर्षक बनाते हैं। बाजार में इस समय स्टाइलिश नोज पिन मौजूद हैं।

time-read
2 minutos  |
November 08, 2024
आपके खाने में स्मोकी इफेक्ट
Rupayan

आपके खाने में स्मोकी इफेक्ट

स्मोकी फूड्स को आमतौर पर गरमागरम होने और अपने स्वाद के कारण पसंद किया जाता है। लेकिन यह आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है?

time-read
2 minutos  |
October 18, 2024
खुद को बदलने की जरूरत है!
Rupayan

खुद को बदलने की जरूरत है!

घर में बच्चा आने के बाद आपकी पूरी जीवन शैली बदल जाती है। ऐसे में कई बार आपके रिश्ते में दूरी आने लगती है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको कुछ बदलाव करने जरूरी होते हैं।

time-read
4 minutos  |
October 18, 2024