ProbarGOLD- Free

मकर संक्रांति का अध्यात्मिक महत्त्व
Sadhana Path|January 2023
यूं तो हम सभी के लिए त्योहारों का मतलब होता है हंसी, उल्लास और उमंग लेकिन सही मायनों में त्योहारों का महत्त्व उससे कहीं बढ़ कर और गूढ़ होता है।
- सुरेश मुंजाल
मकर संक्रांति का अध्यात्मिक महत्त्व

भारत के अनेक पर्वों और त्योहारों में 'मकर संक्रांति' की अपनी अलग एक पहचान है। वर्ष में यही एकमात्र पर्व है, जो 'सौर पंचांग' के आधार पर मनाया जाता है। सूर्य जब अपनी परिक्रमा के बीच धनुराशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, तो मकर संक्रांति होती है। दो राशियों के संक्रमण के साथ ही इस दिन को दो ऋतुओं (शिशिर और बसंत) का संघिकाल भी माना जाता है।

शीत पर धूप की विजय के रूप में मनाया जाने वाला मकर संक्रांति का पर्व, प्राय: पौश (पूस) मास में पड़ता है, जबकी पूस को खरमास मानने के कारण, इस महीने में और कोई पर्व या त्योहार नहीं पड़ता। आज के दिन से ही सूर्य का उत्तरायण काल आरंभ होता है, जिससे दिन के परिणाम में वृद्धि होती है और रात घटने लगती है। अब चूंकि सूर्य द्वारा यह राशि परिवर्तन 14 जनवरी को ही होता है, इसलिए मकर संक्रांति प्रतिवर्ष 14 जनवरी को मनाई जाती है।

उत्तर भारत के लोग आपसी मेल-मिलाप के इस पर्व को जहां खिचड़ी के नाम से पुकारते हैं, वहीं दक्षिण भारत में इसे पोंगल के नाम से जाना जाता है। इस पर्व में गन्ने और चावल बांटे जाते हैं। 

इस दिन तुलादान का विशेष महत्त्व है।

संक्रांति का महत्त्व

मकर संक्रांति से रथ सप्तमी तक, वातावरण में रज-सत्त्व गुणयुक्त तरंगें अधिक मात्रा में कार्यरत होती हैं, इसलिए यह काल साधना हेतु पोषक होता है। 

संक्रांति पर तिल का प्रयोग क्यों करते हैं?

तिल में सत्त्व - तरंगें ग्रहण एवं प्रक्षेपित करने की क्षमता अधिक होने के कारण, शरीर में सत्त्व गुण बढ़ता है। तिलयुक्त पानी में नहाने से बाह्यशुद्धि एवं तिल के सेवन से अंतः शुद्धि होती है।

संक्रांति पर उपहार (दान) क्यों देते हैं? 

'उपहार देना' यानी दूसरे जीव में विद्यमान देवत्व के प्रति तन, मन एवं धन के त्याग द्वारा शरण जाना। संक्रांति के काल में किए गए दान के कारण देवता की कृपा होती है एवं जीव को मनोवांछित फल प्राप्ति होती है।

Esta historia es de la edición January 2023 de Sadhana Path.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición January 2023 de Sadhana Path.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE SADHANA PATHVer todo
क्यों पड़ती हैं चेहरे पर झुर्रियां
Sadhana Path

क्यों पड़ती हैं चेहरे पर झुर्रियां

स्वस्थ त्वचा ही किसी भी महिला के लिए सर्वोत्तम मेकअप होती हैं, मगर झुर्रियां चेहरे से उसकी यह रौनक छीन लेती हैं। क्या हैं झुर्रियां होने के कारण और क्या हैं इनके निवारण, जानिए इस लेख के द्वारा।

time-read
3 minutos  |
March 2025
त्वचा के लिए जरूरी हैं ये विटामिन और मिनरल्स
Sadhana Path

त्वचा के लिए जरूरी हैं ये विटामिन और मिनरल्स

त्वचा के भीतरी पोषण के लिए ज़रूरी है कि इसे पोषणयुक्त दुलार दिया जाए। त्वचा किस प्रकार की है, इस आधार पर ही किसी के शरीर की कार्यशीलता का पता लगाया जा सकता है। तो आइए, इसी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानते हैं

time-read
2 minutos  |
March 2025
गर्भपात के बाद की कमज़ोरी से ऐसे निपटें!
Sadhana Path

गर्भपात के बाद की कमज़ोरी से ऐसे निपटें!

किसी महिला का गर्भपात होना शारीरिक और मानसिक, दोनों स्तर पर बेहद मुश्किल होता है, इसलिए जानिए कि किसी महिला को इसके बाद अपना विशेष ध्यान कैसे रखना चाहिए।

time-read
2 minutos  |
March 2025
आर्य संस्कृति के प्रतीक-शिव
Sadhana Path

आर्य संस्कृति के प्रतीक-शिव

देवों के देव महादेव भगवान शिव को संहार का देवता माना जाता है। भगवान शिव सौम्य आकृति एवं रौद्ररूप दोनों के लिए विख्यात हैं।

time-read
4 minutos  |
March 2025
पाचन तंत्र को ठीक करने के 21 उपाय
Sadhana Path

पाचन तंत्र को ठीक करने के 21 उपाय

अच्छा पाचनतंत्र बेहतर स्वास्थ्य की निशानी है। अगर आपका पाचनतंत्र ठीक नहीं है तो जरूरी है कि इन बातों का ध्यान रखें

time-read
3 minutos  |
March 2025
राशि अनुसार करें रंगों का चयन
Sadhana Path

राशि अनुसार करें रंगों का चयन

रंगों का महत्त्व केवल होली तक ही सीमित नहीं, बल्कि मनुष्य के स्वभाव, उसके भविष्य एवं उसके स्वास्थ्य से भी इसका सीधा संबंध होता है।

time-read
2 minutos  |
March 2025
होली एक रंग अनेक
Sadhana Path

होली एक रंग अनेक

रंगों का पर्व होली पूरे भारत में हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत के हर क्षेत्र में होली के विविध रूप रंग, प्रथा, मेले आदि देखने को मिलते हैं। आइए लेख के माध्यम से इस पर्व पर विस्तार पूर्वक चर्चा करें।

time-read
6 minutos  |
March 2025
धरती का बैकुंठ है पुरी का जगन्नाथ धाम
Sadhana Path

धरती का बैकुंठ है पुरी का जगन्नाथ धाम

चार धामों में एक प्रमुख धाम, ओडिशा का जगन्नाथ धाम है। जगन्नाथ धाम की रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है जिसमें शामिल होने के लिए भक्तगण देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं। आइए जगन्नाथ धाम की महिमा पर लेख में विस्तार से चर्चा करें।

time-read
9 minutos  |
March 2025
ऊर्जा का रूपांतरण
Sadhana Path

ऊर्जा का रूपांतरण

जिसे तुम 'जीवन' कहते हो या जिसे तुम ‘मैं” कहते हो, वह ऊर्जा है। तुम जितने जीवंत हो, तुम जितने जागृत हो, उतने ही तुम ऊर्जावान होते हो।

time-read
2 minutos  |
March 2025
क्यों की जाती है चार धाम यात्रा?
Sadhana Path

क्यों की जाती है चार धाम यात्रा?

3 अप्रैल से उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने जा रही है, जिसके पंजीकरण की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू हो चुकी है।

time-read
2 minutos  |
March 2025

Usamos cookies para proporcionar y mejorar nuestros servicios. Al usan nuestro sitio aceptas el uso de cookies. Learn more