
मोटापे से बचने के टिप्स
हमारे लाइफस्टाइल में खानपान और शारीरिक गतिविधियों से जुड़े कुछ बदलाव मोटापे से जुड़ी कई जटिलताओं से बचा सकते हैं। इस दिशा में निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है-
• कम वसा वाले खाद्य पदार्थों जैसे- सलाद, दाल और ओट्स आदि का सेवन करते हुए आप मोटापे की समस्या से लड़ सकते हैं।
• दिन में तीन बार भारी खाना खाने के बजाए कुछ-कुछ अंतराल पर थोड़ा-थोड़ा खाना बेहतर होता है।
• व्यायाम रोजाना करें। इससे पाचन शक्ति और मेटाबोलिक प्रक्रिया मजबूत होती है, जिससे व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहता है।
• ज्यादा रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और वसा वाले खाद्य पदार्थों जैसे- ब्रेड, डेयरी उत्पाद, फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड के प्रति लगाव को नियंत्रित करने का प्रयास करें।
• खट्टे फल जैसे- संतरा और अंगूर का सेवन बढ़ाने का प्रयास करें। ये फल शरीर में चर्बी इकट्ठा होने से रोकने में मदद करते हैं।
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क्यों पड़ती हैं चेहरे पर झुर्रियां
स्वस्थ त्वचा ही किसी भी महिला के लिए सर्वोत्तम मेकअप होती हैं, मगर झुर्रियां चेहरे से उसकी यह रौनक छीन लेती हैं। क्या हैं झुर्रियां होने के कारण और क्या हैं इनके निवारण, जानिए इस लेख के द्वारा।

त्वचा के लिए जरूरी हैं ये विटामिन और मिनरल्स
त्वचा के भीतरी पोषण के लिए ज़रूरी है कि इसे पोषणयुक्त दुलार दिया जाए। त्वचा किस प्रकार की है, इस आधार पर ही किसी के शरीर की कार्यशीलता का पता लगाया जा सकता है। तो आइए, इसी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानते हैं

गर्भपात के बाद की कमज़ोरी से ऐसे निपटें!
किसी महिला का गर्भपात होना शारीरिक और मानसिक, दोनों स्तर पर बेहद मुश्किल होता है, इसलिए जानिए कि किसी महिला को इसके बाद अपना विशेष ध्यान कैसे रखना चाहिए।

आर्य संस्कृति के प्रतीक-शिव
देवों के देव महादेव भगवान शिव को संहार का देवता माना जाता है। भगवान शिव सौम्य आकृति एवं रौद्ररूप दोनों के लिए विख्यात हैं।

पाचन तंत्र को ठीक करने के 21 उपाय
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राशि अनुसार करें रंगों का चयन
रंगों का महत्त्व केवल होली तक ही सीमित नहीं, बल्कि मनुष्य के स्वभाव, उसके भविष्य एवं उसके स्वास्थ्य से भी इसका सीधा संबंध होता है।

होली एक रंग अनेक
रंगों का पर्व होली पूरे भारत में हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत के हर क्षेत्र में होली के विविध रूप रंग, प्रथा, मेले आदि देखने को मिलते हैं। आइए लेख के माध्यम से इस पर्व पर विस्तार पूर्वक चर्चा करें।

धरती का बैकुंठ है पुरी का जगन्नाथ धाम
चार धामों में एक प्रमुख धाम, ओडिशा का जगन्नाथ धाम है। जगन्नाथ धाम की रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है जिसमें शामिल होने के लिए भक्तगण देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं। आइए जगन्नाथ धाम की महिमा पर लेख में विस्तार से चर्चा करें।

ऊर्जा का रूपांतरण
जिसे तुम 'जीवन' कहते हो या जिसे तुम ‘मैं” कहते हो, वह ऊर्जा है। तुम जितने जीवंत हो, तुम जितने जागृत हो, उतने ही तुम ऊर्जावान होते हो।

क्यों की जाती है चार धाम यात्रा?
3 अप्रैल से उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने जा रही है, जिसके पंजीकरण की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू हो चुकी है।