उनका हर किरदार है अभिनय की पाठशाला
DASTAKTIMES|May 2024
कभी खलनायक तो कभी पुजारी और चर्चित सीरियल 'ऑफिस-ऑफिस' में मुसद्दीलाल न पर्दे पर छाए पंकज कपूर के सभी किरदार अभिनय की पाठशाला हैं। हिन्दी सिनेमा में बहुत कम कलाकार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने किरदारों से अभिनय को परिभाषित किया है। उनके किरदारों की पहचान उनके नाम से आगे चलती है।
खुशबू तिवारी
उनका हर किरदार है अभिनय की पाठशाला

पंकज कपूर ऐसे ही कलाकारों में शामिल हैं। 29 मई 1954 को लुधियाना में जन्मे बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता पंकज कपूर अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए जाने जाते हैं। पंकज ने बचपन से ही अभिनय को अपना शौक बना लिया था और स्कूल के दिनों में भी वह ऐक्टिंग और थियेटर में सक्रिय थे। पंकज ने अभिनय में तो अपना दमखम दिखाया ही है, पढ़ाई में भी वह अव्वल रहे। पंकज ने 1973 में इंजीनियरिंग की परीक्षा में टॉप किया था। हालांकि उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़कर अभिनय में अपना कॅरियर बनाया।

पर्दा छोटा हो या बड़ा, पंकज ने हर जगह अपनी छाप छोड़ी। करमचंद जासूस, मुंगेरीलाल के हसीन सपने, ऑफिस ऑफिस हो या फिर जाने भी दो यारों, मंडी मोहन जोशी हाजिर हो, तमस, रोजा और पिछली फिल्म भीड़, पंकज कपूर ने हर किरदार में जान फूंक दी। पंकज को बचपन से ऐक्टिंग का शौक था, इसलिए उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ऐक्टिंग सीखी और एक्टर बनने मायानगरी पहुंच गए। उन्होंने साल 1982 में श्याम बेनेगल की फिल्म 'आरोहण' से डेब्यू किया था। जिस सरलता से वह किरदार में उतरते हैं वह हैरान करता है। अपने 4 दशक के करियर में पंकज ने कई यादगार किरदार निभाए हैं जिनकी फेहरिस्त लम्बी है।

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