सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) लोगों से इस भावुक अपील के साथ अपने संस्थापक और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के लिए वोट मांग रही है, "तेलंगाना की जनता ने केसीआर को दो बार अपना आशीर्वाद दिया है. क्या आप तीसरी बार ऐसा करने के लिए तैयार हैं? दक्षिण भारत में किसी मुख्यमंत्री की यह पहली हैट्रिक होगी." चंद्रशेखर राव केसीआर के नाम से चर्चित हैं और लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं. राज्य में 30 नवंबर को चुनाव हैं. उस अपील में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजनाओं की सूची पर भी जोर दिया गया है, जिन्हें केसीआर ने राज्य के वंचित समुदायों के लिए शुरू किया है.
आंध्र प्रदेश के पुनर्गठन के बाद 2014 में अपनी पार्टी की पहली चुनावी जीत के बाद से केसीआर ने तेलंगाना को उच्च विकास पथ पर ले जाने की कोशिश की है. बुनियादी ढांचे का विकास, कृषि उपज को बढ़ाने के लिए सिंचाई प्रणालियों की स्थापना और बिजली के संसाधनों का कुशल प्रबंधन सरीखे शुरुआती पहलों के साथ-साथ उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश से राज्य की अर्थव्यवस्था में तेजी आई है.
केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यान्वयन मंत्रालय के 2022-23 के आंकड़ों के मुताबिक, तेलंगाना की प्रति व्यक्ति आय 3.12 लाख रुपए है. यह देश में तीसरी सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय है तथा इस मामले में केवल सिक्किम और गोवा ही इससे आगे हैं. तेलंगाना के गठन के समय राज्य की प्रति व्यक्ति आय केवल 1.12 लाख रुपए थी, लेकिन अब यह 1.72 लाख रुपए के राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक हो चुकी है. सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) भी ऐसी ही तस्वीर पेश करता है-यह 2014 में 4.51 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर अब 13.1 लाख करोड़ रुपए हो गया है. तेलंगाना ने 12.1 फीसद की विकास दर के साथ देश की 10.5 फीसद की जीडीपी विकास दर को भी पीछे छोड़ दिया है. राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव कहते हैं, “हमारे मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति को बढ़ावा दिया है और इससे प्राथमिक क्षेत्र तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था में विकास हुआ है."
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