फेकीर चंद मोघा, 61 वर्ष- निदेशक, मोरवेल ट्यूब्स प्राइवेट लिमिटेड
तबीयत से पत्थर उछालो तो आसमां में भी सुराख हो सकता है. इस बात को किताबों में पढ़ना और हकीकत में उतारना अलग-अलग बातें हैं. खासकर तब, जब आपके हिस्से का आसमान दूसरों के मुकाबले कुछ ज्यादा ऊंचा हो. मुजफ्फरनगर-मेरठ हाइवे पर बेगराजपुर औद्योगिक क्षेत्र के अंतिम सिरे पर मौजूद लोहे के पाइप बनाने वाली 'फुली ऑटोमैटिक' फैक्ट्री कारोबारी फकीर चंद्र मोघा के हिस्से का आसमान है. दलित परिवार से आने वाले फकीर चंद्र ने भीषण आर्थिक तंगी के दौर को पीछे छोड़कर मोटरसाइकिल के हैंडल और स्टैंड, चारपहिया की स्टीयरिंग, मॉड्युलर किचन, डिश टीवी, फर्नीचर समेत कई सामान में उपयोग की जाने वाली कोल्ड रोल्ड सीमलेस स्टील पाइप या सीआर पाइप का निर्माण कर बड़ी फैक्ट्रियों के सामने चुनौती पेश की है. हीरो, हॉन्डा, बजाज, मारुति समेत सभी ऑटोमोबाइल कंपनियां और फर्नीचर बनाने वाली कंपनियां 'मोरवेल ट्यूब्स प्राइवेट लिमिटेड' की फैक्ट्री में बने लोहे के पाइप की बड़ी ग्राहक हैं. 300 टन पाइप हर महीने बनाने से शुरुआत करने वाली फकीर चंद्र की फैक्ट्री आज हर महीने 1,500 टन पाइप निर्माण कर रही है.
Esta historia es de la edición December 13, 2023 de India Today Hindi.
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फिर उसी बुलंदी पर
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आखिरकार आया अस्तित्व में
यह एक भूभाग पर हिंदू समाज के स्वामित्व का प्रतीक था. इसके निर्माण से भक्तों को एक तरह की परिपूर्णता और उल्लास की अनुभूति हुई. अलग-अलग लोगों के लिए राम मंदिर के अलग-अलग अर्थ रहे हैं और उसमें आधुनिक भारत की सभी तरह की जटिलताओं- पेचीदगियों की झलक देखी जा सकती है
बंगाल विजयनी
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सत्ता पर काबिज रहने की कला
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शेरदिल सियासतदां
विधानसभा चुनाव में शानदार जीत ने न केवल उनकी पार्टी बल्कि कश्मीर का भी लंबा सियासी इंतजार खत्म कराया. मगर उमर अब्दुल्ला को कई कड़ी परीक्षाओं से गुजरना पड़ रहा—उन्हें व की बड़ी उम्मीदों पर खरा उतरना है, तो जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिलने तक केंद्र से जूझना भी है
शूटिंग क्वीन
मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में बदलाव की शानदार पटकथा लिखी. अटूट इच्छाशक्ति से अतीत की निराशा को पीछे छोड़कर उन्होंने अपना भाग्य गढ़ा
नया सितारा पॉप का
दुनियाभर के विभिन्न मंचों पर धूम मचाने से लेकर भाषाई बंधन तोड़ने और पंजाबी गौरव का परचम फिर बुलंद करने तक, दिलजीत दोसांझ ने साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार किसी भी सीमा और शैली से परे होता है
बातें दिल्ली के व्यंजनों की
एकेडमिक, इतिहासकार और देश के सबसे पसंदीदा खानपान लेखकों में से एक पुष्पेश पंत की ताजा किताब फ्रॉम द किंग्ज टेबल टु स्ट्रीट फूड: अ फूड हिस्ट्री ऑफ देहली में है राजधानी के स्वाद के धरोहर की गहरी पड़ताल
दो ने मिलकर बदला खेल
हेमंत और कल्पना सोरेन ने झारखंड के राजनैतिक खेल को पलटते हुए अपनी लगभग हार की स्थिति को एक असाधारण वापसी में बदल डाला
बवंडर के बीच बगूला
आप के मुखिया के लिए यह खासे नाटकीय घटनाक्रम वाला साल रहा, जिसमें उनका जेल जाना भी शामिल था. अब जब पार्टी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए दिल्ली पर राज करने की निर्णायक लड़ाई लड़ रही, सारी नजरें उन्हीं पर टिकीं