परदेस में परचम
India Today Hindi|November 13, 2024
भारतीय अकादमिकों और अन्य पेशेवरों का पश्चिम की ओर सतत पलायन अब अपने आठवें दशक में है. पहले की वे पीढ़ियां अमेरिकी सपना साकार होने भर से ही संतुष्ट हो ती थीं या समृद्ध यूरोप में थोड़े पांव जमाने का दावा करती थीं.
एम.जी. अरुण, सोनल खेत्रपाल, सैकत नियोगी, कौशिक डेका और अमित दीक्षित
परदेस में परचम

फिर, 90 के दशक के बाद से, पहली बार भारत में जन्मे तकनीकविद् / प्रबंधक आए जिन्होंने महज वरिष्ठ प्रबंधन पदों से ही संतुष्ट होने के बजाए सफलता के नए झंडे गाड़े. बहुराष्ट्रीय निगमों के वे पहले सीईओ और विदेशी भूमि पर उद्योग के पहले कप्तान, जैसे लक्ष्मी मित्तल और हिंदुजा भाई (जिनकी सदाबहार चमक अभी भी बरकरार है) पथ प्रदर्शक हैं. अब उन्होंने महिला और पुरुषों के ऐसे ख्यातनाम समूह को राह दिखाई है जिन्होंने अमेरिका के तकनीकी कंपनियों के दफ्तरों के सबसे अहम केबिनों में जगह बनाई है. सत्य नडेला (माइक्रोसॉफ्ट) और सुंदर पिचाई (अल्फाबेट) जैसे प्रतिष्ठित सीईओ भारत में पहले से ही आइकन हैं, वे इस साल की वैश्विक भारतीयों की ऊंचे और असरदार सूची में अग्रणी पांत में हैं. हम गणेश मूर्ति (माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी), शांतनु नारायण (एडोबी) और अरविंद कृष्ण (आइबीएम) का भी उल्लेख देखते हैं. वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनियों के भारत में जन्मे इन अग्रणी नेतृत्वकर्ताओं ने अपनी फर्मों के लाभ को न केवल बढ़ते हुए देखा है बल्कि उनके विजनरी आउटलुक के कारण तकनीक की भविष्य की सबसे अच्छी चीज भी आई है: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग. दूसरी तरह का संयोग यह है कि भारत में जन्मे दो अर्थशास्त्री, गीता गोपीनाथ और अजय बंगा, क्रमशः आइएमएफ और विश्व बैंक में नीति निर्धारक पदों पर हैं जो कि वैश्विक वित्त के स्तंभ हैं. दोनों जलवायु परिवर्तन और संघर्ष के दौर बीच अपने संगठनों को भलाई की ताकत बनने के लिए आगे बढ़ाने को कृत संकल्प हैं. और कोल्हापुर में जन्मीं लीला नायर का करियर उन्हें इस मोड़ पर ले आया जो लिंग/नस्ल की कठोर धारणाओं को पीछे छोड़ते हुए फ्रेंच लग्जरी दिग्गज शनेल की सीईओ बन गईं. ये प्रतिभाशाली वैश्विक भारतीय, सीमाओं के आखिरी बंधन भी तोड़ रहे हैं.

1 सत्य नडेला, 57 वर्ष सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट

चतुर निवेशक

क्योंकि वे माइक्रोसॉफ्ट में एज्योर ओपनएआइ सर्विस जैसे अगली पीढ़ी के एआइ टूल्स का इस्तेमाल कर बदलाव की नई लहर के अगुआ हैं जिसका इस्तेमाल सभी उद्योगों की 11,000 से अधिक फर्में करती हैं. कंपनी ने पिछले साल एक जेनरेटिव एआइ चैटबोट कोपायलट भी शुरू किया

Esta historia es de la edición November 13, 2024 de India Today Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición November 13, 2024 de India Today Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE INDIA TODAY HINDIVer todo
शोख सनसनी दिल्ली की
India Today Hindi

शोख सनसनी दिल्ली की

आर्ट क्यूरेटर, परोपकारी और सोशल मीडिया सनसनी शालिनी पासी नेटफ्लिक्स की सीरीज फैबुलस लाइव्ज वर्सज बॉलीवुड वाइव्ज में शिरकत करने के बाद मिली शोहरत का मजा ले रहीं

time-read
1 min  |
December 04, 2024
पाइ पटेल की भारत यात्रा
India Today Hindi

पाइ पटेल की भारत यात्रा

यान मार्टेल के चर्चित उपन्यास लाइफ ऑफ पाइ पर फिल्म भी बनी. और अब यह पुरस्कार विजेता नाटक

time-read
2 minutos  |
December 04, 2024
कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की
India Today Hindi

कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की

धूमीमल गैलरी में चल रही प्रदर्शनी ज्वॉइनिंग द डॉट्स दिल्ली के सांस्कृतिक दिल कनॉट प्लेस के चिरस्थायी आकर्षण को एक तरह की आदरांजलि

time-read
3 minutos  |
December 04, 2024
हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी
India Today Hindi

हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी

फिल्मकार पायल कपाडिया इन दिनों एक अलग ही रंगत में हैं. वजह है उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट और उन्हें मिल रही विश्व प्रसिद्धि. उनका सफर एक बड़े सिनेमाई मुकाम पर जा पहुंचा है. अब यहां से इस जुनूनी आर्टिस्ट का करियर एक नई उड़ान लेने को तैयार

time-read
7 minutos  |
December 04, 2024
रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते
India Today Hindi

रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते

पिछले महीने 86 वर्ष की उम्र में दिवंगत हुए रतन टाटा. भारत की सबसे पुरानी विशाल कंपनी के चेहरे रतन को हम में से ज्यादातर लोगों ने जब भी याद किया, वे एक सुविख्यात सार्वजनिक शख्सियत और दूसरी ओर एक रहस्यमय पहेली के रूप में नजर आए.

time-read
8 minutos  |
December 04, 2024
विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
India Today Hindi

विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश

अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं

time-read
6 minutos  |
December 04, 2024
अब शासन का माझी मंत्र
India Today Hindi

अब शासन का माझी मंत्र

मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे

time-read
6 minutos  |
December 04, 2024
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
India Today Hindi

होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग

अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे

time-read
4 minutos  |
December 04, 2024
कुछ न कर पाने की कसक
India Today Hindi

कुछ न कर पाने की कसक

कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.

time-read
2 minutos  |
December 04, 2024
पुलिस तक पर्याप्त नहीं
India Today Hindi

पुलिस तक पर्याप्त नहीं

गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.

time-read
3 minutos  |
December 04, 2024