बाद में इस सीट से बसपा और कांग्रेस भी जीती। कैलाश विजयवर्गीय को भी इंदौर-1 सीट से प्रत्याशी बनाया गया है,उनके लिए भी ये सीट जीतना आसान काम है। इन दोनों नेताओं को शायद ये आसान सीटें इसलिए दी गयीं ताकि ये दोनों पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए समय दे सके। तोमर तो प्रदेश भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रमुख भी हैं। वे लम्बे समय से प्रदेश की राजनीति में लौटने के लिए व्याकुल भी थे। कैलाश विजयवर्गीय की भी कमोवेश यही स्थिति है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के भाई जालम सिंह पटेल का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह पर पार्टी ने उन्हें नरसिंहपुर से टिकट दिया है। यहां वंशवाद आड़े नहीं आया। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को भी भाजपा ने टिकट दिया है। वह निवास सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जबलपुर से सांसद राकेश सिंह को भी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ा रही है। राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम सीट से टिकट दिया गया है। सासंद रीती पाठक को सीधी से पार्टी ने टिकट दिया है। सतना सांसद गणेश सिंह को बीजेपी ने सतना से ही टिकट दिया है। इसके साथ ही होशंगाबाद से सांसद उदय प्रताप सिंह को पार्टी गाडरवारा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा रही है। उनके नाम की घोषणा कर दी गई है।
Esta historia es de la edición October 2023 de Open Eye News.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición October 2023 de Open Eye News.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
बुलडोजर कार्रवाई में अहम है 'सुप्रीम' आदेश
भारतीय राजनीति का स्वरूप अब बदल चुका है।
औद्योगिक क्षेत्र से श्रमिकों का कृषि की ओर बढ़ता रुझान
शहरों में जाकर काम करने वाले भारत के लोग बड़ी संख्या में अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं।
रोजगार और निवेश से संपन्न, समृद्ध, स्वावलंबी बनता मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश को सम्पन्न, समृद्ध, स्वावलंबी और सक्षम राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जोर शोर से जुटे हुए हैं।
मुफ्त की रेवड़ियों ने सरकारों की कर दी वापसी
देश के मतदाता लगता है, मुफ्त की रेवड़ियों के लालच में मतदान करने लगे हैं। इसी का परिणाम है कि महाराष्ट्र और झारखंड में सत्ताएं बरकरार रही हैं।
आखिर अडानी के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़े हुए हैं अमेरिकी ?
बता दें कि यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस ने अदाणी पर भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (2200 करोड़ रुपए से ज्यादा) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है,जो एक गम्भीर बात है।
झारखंड में अमित शाह के ऐलान के मायने
1981 के जनगणना में आदिवासियों की आबादी में मामूली बढ़त देखी गई।
चुनाव आयोग को सजग सतर्क रहने की जरूरत
चुनाव प्रचार के दौरान भाषाई स्तर, नेताओं की भंगिमा और राजनीतिक जुमलों के प्रयोग ने मतदाताओं में चिन्ता पैदा की है।
फुड सेफ्टी डिसप्ले बोर्ड संबंधी दिशा निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन
खाद्य अधिकारी मानते हैं कि ये एक्ट नहीं है
20 लिटर जार में बिकने वाला पानी अमानक
पूरे देश में हट रोज 20 लिटर के जार में पेयजल खुले तौर पर बेचा जा रहा है जिसे आर.ओ. वॉटर के रूप में बेचा जाता है।
डबल इंजन की सरकार में तेज रफ्तार से चल रही है छत्तीसगढ़ में विकास की रेल-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ में अब तेज रफ्तार से विकास की रेल चल रही है।