पैसे के लेनदेन के मामले में एक मशहूर कहावत है- 'उधार दिया पैसा जाता तो आप की मरजी से है लेकिन वह पैसा आप की मरजी से वापस नहीं आता.' दूसरी बात यह है कि जब आप अपना पैसा वापस मांगते हैं तो आप खुद ही बुरे बनते हैं और इस के चलते आपसी संबंध बिगड़ जाते हैं.
अगर आप अपने दोस्त से भी उधार वापस मांग रहे हैं तो उस का एक खास तरीका होना चाहिए ताकि उसे बुरा न लगे. अगर फिर भी बात न बने तो ऐसे बहुत से तरीके हैं जिन से आप अपना पैसा वापस मांग सकते हैं.
रिमाइंडर सैट करें : यह रिमाइंडर आप को अपने दिमाग में सैट करना है कि आप को इस बंदे से कब और कितने पैसे लेने हैं. ऐसा न हो कि आप खुद ही भूल जाएं कि आप को सामने वाले से किस दिन पैसे लेने थे.
• जिस से पैसे लेने हैं उसे भी रिमाइंड कराते रहिए कि आप के पैसे लेने का दिन करीब आ रहा है ताकि वह इंतजाम कर ले.
• जिस दिन पैसे लेने हैं उस दिन बिना शर्म के जाइए और अपने पैसों का तकादा शालीनता के साथ करें.
• अगर सामने वाला पैसे नहीं दे पा रहा और थोड़ी मोहलत की मांग करता है। तो आप उसे वह मोहलत दे सकते हैं.
• इस तरह पैसे देने वाले पर एक दबाव भी बनेगा कि तय डेट पर उस ने पैसे नहीं दिए और आगे जो भी डेट मिली है उस का पूरा उधार चुकता करना है.
सिचुएशन को एनालाइज करें
अगर सामने वाला पैसे नहीं दे पा रहा है तो उस के हालात का थोड़ा जायजा लें कि उधार चुकता न करने के पीछे क्या कारण है. क्या वह व्यक्ति वाकई किसी बड़े बुरे वक्त से गुजर रहा है. अगर ऐसा है तो उसे मोहलत दी जा सकती है.
अगर आप को लगता है कि सामने वाले व्यक्ति के हालात तो ठीक हैं, बस, वह ऐसे ही उधार लौटाने में आनाकानी कर रहा है तो आप भी रिश्ते के मार्ग को छोड़ दें और उस के साथ सख्ती से पेश आएं. उसे बताएं कि अब यह बात हम दो के बीच नहीं रहेगी बल्कि पूरे परिवार के साथ बैठ कर इस के बारे में बातचीत होगी. हो सकता है कि वह व्यक्ति अपनी इज्जत के लिए घबरा कर आप का उधार तुरंत चुकता कर दे.
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