सेरेब्रल हेमरेज एक प्रकार का स्ट्रोक है जिस में दिमाग को खून पहुंचाने वाली ब्लड वैसल फट जाती है, जिस से दिमाग के टिश्यूज के चारों ओर रक्तस्राव होने लगता है. ऐसा ट्रौमा, हाई ब्लडप्रेशर, ब्रेन ट्यूमर या खून पतला करने वाली दवाओं की वजह से भी हो सकता है. जब दिमाग में इस तरह से रक्तस्राव होता है तो दिमाग के टिश्यूज को औक्सीजन की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पाती, जिस की वजह से दिमाग को नुकसान पहुंचता है और मरीज की मृत्यु तक हो सकती है.
सेरेब्रल हेमरेज या ब्रेन ब्लीडिंग की वजह से इस्केमिक स्ट्रोक या हार्ट अटैक होना गंभीर समस्या है. इस का जोखिम खासतौर पर उन लोगों में अधिक होता है जो पहले से दिल की बीमारियों, जैसे हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज या हाई कोलैस्ट्रौल से पीड़ित होते हैं.
एक अध्ययन में पाया गया कि सेरेब्रल हेमरेज के मरीजों में इस्केमिक स्ट्रोक या हार्ट अटैक की संभावना अन्य लोगों की तुलना में अधिक होती है. इस अध्ययन में यह भी पता चला कि सेरेब्रल हेमरेज होने के बाद पहले कुछ महीनों में इन स्थितियों का जोखिम अधिक था.
एक और अध्ययन में पाया गया कि सेरेब्रल हेमरेज के मरीजों में हाई ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रौल और डायबिटीज की संभावना भी उन लोगों की तुलना में अधिक होती है जिन में सेरेब्रल हेमरेज नहीं हुआ है. इन कारकों की वजह से भी दिल की बीमारियों, जैसे इस्केमिक स्ट्रोक और हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है.
यहां इस बात पर ध्यान देना जरूरी है। कि सेरेब्रल हेमरेज या ब्रेनब्लीडिंग की वजह से इस्केमिक स्ट्रोक या हार्ट अटैक की संभावना सिर्फ उन्हीं लोगों तक सीमित नहीं है जिन में दिल की बीमारियों (कार्डियोवैस्कुलर रोगों) का इतिहास हो. ब्रेन ब्लीडिंग के बाद कोई भी व्यक्ति इन समस्याओं का शिकार हो सकता है खासतौर पर अगर ब्लीडिंग बहुत गंभीर हो.
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