मान लीजिए, आप अपने घर में सो रहे हैं. आप को बिलकुल अंदाजा नहीं कि महल्ले में आप मासो के घर से 2 घर छोड़ कर जो व्यक्ति रह रहा है वह एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी है. अचानक आप को हैलिकॉप्टर्स की आवाजें सुनाई देती हैं. जब तक आप कुछ समझ पाएं, बिस्तर से उठ कर आप बाहर आएं, तब तक कुछ कमांडोज आएं, गोलियां चलें और वह व्यक्ति मार दिया जाए. जब तक आप कुछ समझें, तब तक सैनिक अपना काम पूरा कर के निकल जाएं. यह सब कहानी की तरह लगेगा परंतु यह कहानी नहीं है. यह सर्जिकल स्ट्राइक है.
2 मई, 2011 की रात पाकिस्तान के एबटाबाद में कुछ ऐसा ही हुआ था. अमेरिकी नेवी सील्स के एक दल ने इस औपरेशन को अंजाम दिया था पर ऐसा मुमकिन कैसे है कि अमेरिका अपने दुश्मन को मारने के लिए किसी दूसरे देश में घुस गया? क्या सिर्फ इसलिए कि अमेरिका ताकतवर है? जवाब है नहीं.
अमेरिका ने सेल्फ डिफैंस में ओसामा बिन लादेन पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. लादेन का सही ठिकाना पता चलते ही अमेरिकी फौज हैलिकॉप्टर से वहां तक पहुंची और 10 मिनट की गोलाबारी व बम धमाके में उस ने लादेन को मौत की नींद सुला दिया. इस सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान ने चूं भी नहीं की.
दुश्मन की सटीक लोकेशन मिलने के बाद एक खास सैन्य औपरेशन को सर्जिकल स्ट्राइक कहते हैं. सर्जिकल स्ट्राइक में कमांडो या सेना के जवान चुपके से दुश्मन के इलाके तक पहुंचते हैं से और अचानक एंबुश होता है, यह हमला इतना घातक होता है कि दुश्मन को संभलने तक का मौका नहीं मिलता.
सर्जिकल स्ट्राइक क्या है
सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसी सैन्य कार्रवाई है जिस में एक से अधिक सैन्य लक्ष्यों को नुकसान पहुंचाया जाता है और उस के पश्चात हमला करने वाली सैनिक इकाई तुरंत वापस लौट आती है.
औपरेशन ओपेरा को कौन भूल सकता है, 80 के दशक में इजराइली वायुसेना की वह हैरान करने वाली सर्जिकल स्ट्राइक, जिस ने दुनिया को हिला कर रख दिया था. दरअसल, उस वक्त सद्दाम हुसैन के नेतृत्व में इराक फ्रांस की मदद से अपने यहां एक परमाणु रिएक्टर का निर्माण कर रहा था, जिस के लिए दोनों देशों के बीच एक परमाणु संधि भी हुई थी.
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