![मंडराने लगा है अग्निवीरों के भस्मासुर बन जाने का खतरा मंडराने लगा है अग्निवीरों के भस्मासुर बन जाने का खतरा](https://cdn.magzter.com/1338812051/1725275978/articles/nWoK3Dny41725345714637/1725345929950.jpg)
पंजाब के मोहाली के आसपास वाहन लूटने, चोरी और लूटपाट की वारदातों को हथियारों के दम पर एक गिरोह अंजाम दे रहा है. इस का अंदाजा पुलिस वालों को कुछ दिनों से था लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी यह गिरोह उन की पकड़ से दूर था. इस गिरोह के सदस्यों को दबोचने के लिए पुलिस जीजान से दिनरात एक किए हुए थी. बीती 20 जुलाई तक पुलिस के पास इतनी जानकारी भर थी कि इस गिरोह के सदस्य आमतौर पर हाईवे पर वाहन लूटने के बाद फर्जी नंबरप्लेट का इस्तेमाल कर उसे बेच देते हैं.
देशभर में ऐसी सैकड़ों वारदातें रोज होती रहती हैं. कई में अपराधी पकड़े भी जाते हैं और उन्हें सजा भी होती है. सजा भुगतने के बाद कितने मुजरिम सही रास्ता पकड़ते हैं और कितने दोबारा जुर्म में लग जाते हैं, इस का आंकड़ा किसी के पास नहीं लेकिन यह मामला कई मानो में आम वारदातों से हट कर है और इस पर हर किसी को चिंता होनी चाहिए क्योंकि इस में सरकार का एक नादानीभरा फैसला भी न केवल शामिल है बल्कि एक हद तक जिम्मेदार भी है. कैसे, इसे समझने से पहले थोड़े से में एक पौराणिक कहानी को समझना जरूरी है.
एक समय में भस्मासुर नाम के एक राक्षस ने शिव की घनघोर तपस्या कर उन्हें प्रसन्न कर लिया तो शिव ने उसे मनचाहा वर मांगने को कहा. भस्मासुर ने कहा, 'प्रभु, मुझे ऐसा वर दो कि जिस किसी के भी सिर पर मैं हाथ रखूं वह जल कर भस्म हो जाए.' ऐसा खतरनाक वर दे दिया तो उस का अंजाम क्या होगा, यह शिव ने नहीं सोचा. अब भस्मासुर की मौज ही मौज थी. वह जिस के सिर पर हाथ रख देता वह वहीं भस्म हो कर मर जाता था.
वह समाज और लोगों के लिए खतरा बनने लगा तो उसे खत्म करने के लिए विष्णु ने सुंदर औरत का रूप धरा और दूर से भस्मासुर के सामने नाचने लगे. सुंदर महिला पर मोहित भस्मासुर भी उन की कौपी करने लगा. इसी दौरान मौका देख सुंदर औरत बने विष्णु ने अपने सिर पर हाथ रखा तो भस्मासुर ने भी वैसा ही किया यानी अपने सिर पर हाथ रख लिया और खुद को ही भस्म कर डाला. इस पौराणिक कहानी को लोग तरहतरह से कहतेसुनते हैं. मसलन, वरदान मिलते ही भस्मासुर ने पहला प्रयोग शिव पर ही करने की ठान ली और वह उन के पीछे दौड़ा तो शिव घबरा गए और जान बचाने के लिए भागते भागते एक गुफा में छिप गए तब विष्णु ने उन्हें बचाने के लिए सुंदर स्त्री का रूप धरा और उस का खात्मा किया.
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![मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1990019/LowUfbRDd1739346630309/1739346915320.jpg)
मौन का मूलमंत्र जिंदगी को बनाए आसान
हम बचपन में बोलना तो सीख लेते हैं मगर क्या बोलना है और कितना बोलना है, यह सीखने के लिए पूरी उम्र भी कम पड़ जाती है. मौन रहना आज के दौर में ध्यान केंद्रित करने की तरह ही है.
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सरकार थोप रही मोबाइल
सरकार द्वारा कई स्कीमों को चलाया जा रहा है. बिना एडवांस मोबाइल फोन और इंटरनैट सेवा की इन स्कीमों का फायदा उठाना असंभव है. ऐसा अनावश्यक जोर क्या सही है?
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सास बदली लेकिन नजरिया नहीं
सास और और बहू को एकदूसरे की भूमिका को स्वीकार करना चाहिए. सास पुरानी परंपराओं का पालन करते हुए बहू को सिखा सकती है और बहू नई सोच व नए दृष्टिकोण से घर को बेहतर बना सकती है.
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अमेरिका में भी पनप रहा ब्राह्मण व बनिया गठजोड़
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही अमेरिका में एक नए दौर की शुरुआत हो चुकी है जिसे ले कर हर कोई आशंकित है कि अब लोकतंत्र को हाशिए पर रख धार्मिक एजेंडे पर अमल होगा.
![किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1990019/9JDheV0BY1739279671565/1739280166756.jpg)
किस संतान को मिले संपत्ति पर ज्यादा हक
यह वह दौर हैं जब पेरैंट्स की सेवा न करने वाली संतानों की अदालतें तक खिंचाई कर रही हैं लेकिन मांबाप की दिल से सेवा करने वाली संतान के लिए जायदाद में ज्यादा हिस्सा देने पर वे भी अचकचा जाती हैं क्योंकि कानून में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है. क्या यह ज्यादती नहीं?
![युवाओं के सपनों के घर पर डाका युवाओं के सपनों के घर पर डाका](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1990019/SzT5OWXW71739279379347/1739279671358.jpg)
युवाओं के सपनों के घर पर डाका
नौकरीपेशा होम लोन ले कर अपने सपनों का आशियाना खरीद लेते हैं. लेकिन यहां समस्या तब आती है जब किसी यूइत में वे लोन नहीं चुका पाते. ऐसे में कई बार उन्हें अपने घर से हाथ धोना पड़ता है.
![मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1990019/kAkDNoyBV1739280807508/1739281176766.jpg)
मेलजोल के अवसर बुफे पार्टी
बूफे पार्टी में मेहमान भोजन और अच्छे समय का आनंद लेने के साथसाथ सोशल गैदरिंग के चलन को भी जीवित रखते हैं. यह अवसर न केवल खानपान के लिए होता है बल्कि यह लोगों के बीच बातचीत, हंसीमजाक और आपसी विचारों के आदानप्रदान का एक साधन भी है.
![अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1990019/RkxmXuMNk1739280478617/1739280798357.jpg)
अल्लू अर्जुन को जेल भगवान दोषमुक्त
एक तरह के हादसे पर कानून दो तरह से कैसे काम कर सकता है? क्या यह न्याय और संविधान दोनों का अपमान नहीं ?
![ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1971251/jsAA7PQtH1737712505485/1737712993859.jpg)
ऊंचे ओहदे वालों में अकड़ क्यों
कुछ लोगों में अपने रुतबे को ले कर अहंकार होता है. उन्हें लगता है कि उन का ओहदा, उन का पद बैस्ट है. वे सुपीरियर हैं. यह सोच अहंकार और ईगो लाती है जो इंसान के व्यवहार में अड़चन डालती है.
![बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/871/1971251/igzsVRgNl1737713300356/1737713410810.jpg)
बंटोगे तो कटोगे वाला नारा प्रधान राष्ट्र
देश नारा प्रधान है. काम भले कुछ न हो रहा हो पर पार्टियां और सरकारों द्वारा उछाले नारों की खुमारी जनता पर खूब छाई रहती है.