■ दुष्यंत ने पर्चा भरा; जेजेपी इस बार आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आज से नॉमिनेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह प्रकिया 12 सितंबर तक चलेगी। पहले दिन जननायक जनता पार्टी नेता व पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला रोड शो निकालते हुए जींद के उचाना में नामांकन करने पहुंचे। इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी।
उनके साथ उनकी विधायक मां नैना चौटाला भी मौजूद रहीं। नॉमिनेशन के बाद चौटाला सीएम नायब सैनी पर हमलावर हुए। उन्होंने कहा, 'मैं तो पहले ही कहता था कि नायब सैनी कटी पतंग की तरह हैं। वह गला फाड़फाड़कर चिल्लाते रहे कि करनाल से लडूगा, लेकिन उनकी पतंग लाडवा में जाकर गिरी। अगली बार जनता वहां से भी वोट की चोट मारकर बाहर निकाल देगी।'
नामांकन भरने से पहले उन्होंने जेजेपी ऑफिस में हवन किया । जेजेपी इस बार आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। बीते बुधवार को पार्टी ने 19 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। 16 सितंबर तक नामांकन वापस ले सकेंगे
Esta historia es de la edición September 06, 2024 de Aaj Samaaj.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición September 06, 2024 de Aaj Samaaj.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
नेगेटिव किरदार नए प्रयोग करने की स्वतंत्रता देते हैं: रेवा कौरसे
टीवी शो दीवानियत में अलीशा का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री रेवा कौरसे ने बताया कि नकारात्मक भूमिकाएं आपको प्रयोग करने की स्वतंत्रता देती हैं, जो आमतौर पर सकारात्मक किरदारों में नहीं होती।
यूजर्स का सिरी डेटा किसी को नहीं बेचा, हमेशा प्राइवेसी को दी प्राथमिकता : एप्पल
टेक कंपनी एप्पल ने गुरुवार को कहा कि कंपनी ने कभी भी मार्केटिंग प्रोफाइल बनाने के लिए सिरी डेटा का इस्तेमाल नहीं किया।
नागल का सामना ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पहले दौर में माचाक से, सिनेर जोकोविच विपरीत ड्रॉ में
गत चैम्पियन यानिक सिनेर और दस बार के ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैम्पियन नोवाक जोकोविच को साल के पहले ग्रैंडस्लैम में विपरीत ड्रॉ मिला है।
मंधाना की कप्तानी में भारतीय टीम की नजरें जीत की लय कायम रखने पर
गेंदबाजी में रेणुका की कमी खलेगी जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 10 विकेट लिए थे।
पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन
सत्युग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एसडीआईईटी) ने आईसीटी एकेडमी के सहयोग से 7 जनवरी से 11 जनवरी तक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (ढुशञ्ज) पर पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का शुभारंभ किया।
5वें कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र फरीदाबाद द्वारा 5वें कश्मीरी यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत सतयुग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में वीरवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
बिहार विधान परिषद की रिक्त सीट के लिए ललन प्रसाद ने नामांकन भरा, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री रहे मौजूद
बिहार विधान परिषद की खाली हुई एक सीट के लिए एनडीए समर्थित जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी ललन प्रसाद ने गुरुवार को नामांकन का पर्चा दाखिल किया।
'पांच मिनट के लिए लगा हम जिंदा नहीं बचेंगे', तिरुपति भगदड़ में बाल-बाल बची महिला श्रद्धालु
आंध्र प्रदेश के तिरुमाला हिल्स पर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार शाम को वैकुंठ एकादशी उत्सव शुरू होने से दो दिन पहले मची भगदड़ में बचे श्रद्धालु दशहत में है।
'हिन्दी है हम वतन', फिर हिंदी राष्ट्रभाषा क्यों नहीं ?
देश में हिंदी बोलने तथा पढ़ने वालों की संख्या लगभग 65 से 70 करोड़ है, यह भाषा की बहुलता कथा विविधता ही है जिसके कारण भाषाई विवाद की स्थिति उभरी है, और सर्वाधिक नुकसान हिंदी को उठाना पड़ा है। वर्ष 2008 में विश्व हिंदी सम्मेलन न्यूयॉर्क (अमेरिका) में भारतीय साहित्यकारों, कवियों को चिंतकों, प्रोफेसर, चिंतकों, पत्रकारों ने बड़े जोर शोर से संयुक्त राष्ट्र संघ की अधिकारिक भाषा बनाने हेतु र मान्यता देने के लिए पुरजोर कोशिश की थी।
दिल्ली में स्कूल शिक्षा की कुव्यवस्था और बर्बादी के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार
केद्र सरकार से पर्याप्त धनराशि प्राप्त करने के बावजूद, आप प्रशासन ने शिक्षा पर आवांटित धन का आधा से भी कम खर्च किया है। वह लापरवाही दिल्ली के बच्चों और उनके भविष्य के साथ विश्वासघात है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति इस उपेक्षा के बारे में बहुत कुछ कहती है। टूटा हुआ बुनियादी ढाँचा; भीड़भाड़वाली कक्षाएँ और शिक्षकों की भयावह कमी एक भयावह तस्वीर पेश करती है। जबकि आप सरकार कुछ विश्व स्तरीय स्कूल बनाने का दावा करती है