- बैंक, निधि कंपनियां, विदेशी मुद्रा डीलरों जैसी रिपोर्टिंग इकाइयों को बड़े मूल्य के लेनदेन की कर विभाग को देनी होती है जानकारी
- बीते दो वित्त वर्ष के दौरान ऐसी जानकारी नहीं देने वाली इकाइयों की जांच कर रहा विभाग
- कर विभाग ने तैयार की इन इकाइयों की सूची, नोटिस भेजने की हो रही तैयारी
आयकर विभाग सहकारी बैंकों, निधि कंपनियों, विदेशी मुद्रा डीलरों और अचल संपत्तियों के उप-पंजीयकों जैसी 50 से 60 रिपोर्टिंग इकाइयों की जांच कर रहा है। विभाग ने ऐसी रिपोर्टिंग इकाइयों की सूची तैयार कर ली है, जिन्होंने पिछले दो वित्त वर्षों में वित्तीय लेनदेन की जानकारी (एसएफटी) नहीं दी है। इनका मौके पर जाकर या भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि इन रिपोर्टिंग इकाइयों ने वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 तथा कैलेंडर वर्ष 2021 और 2022 के दौरान हुए बड़ी कीमत के सौदों की जानकारी नहीं दी। कुछ जानकारी दी गई है मगर वह भी सटीक नहीं है।
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