वर्ष 2024 में 3 चरणों के मतदान के बाद वोट प्रतिशत 2019 के लोक सभा चुनाव के मुकाबले कम दर्ज किया गया है। मतदान करने के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग सिविल सोसायटी, स्टार्टअप, व्यापार संघों समेत अन्य संगठनों की मदद ले रहे हैं।
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कहा कि पहले चरण में वोट प्रतिशत 66.14 प्रतिशत तथा दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत रहा। अब तक के मतदाता भागीदारी के मामले में यह इतिहास में सबसे अच्छे चुनावों में एक है, लेकिन यह अभी भी 2019 के चुनाव में पहले दो चरणों में हुए मतदान से कम है। चाहे बेंगलूरू हो या गाजियाबाद और नोएडा हो या अन्य कोई शहर चुनाव को लेकर शहरी मतदाताओं की बेरुखी अधिक चिंता का विषय है।
उत्तर प्रदेश मे पिछले दो चरणों के मतदान की ही तर्ज पर ही तीसरे चरण में मतदाताओं में उदासीनता दिखी। शहरी क्षेत्रों में मतदान की प्रतिशत कम रहा है वहीं ग्रामीण व अर्ध शहरी इलाकों ने कुछ भरपाई जरूर की है।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश की 10 लोक सभा सीटों पर तीसरे चरण में हुए मतदान में शाम पांच बजे तक महज 55.13 फीसदी वोट ही डाले गए हैं। इनमें भी आगरा, बदांयू और बरेली जैसे शहरों में तो मतदान में काफी कमी देखी गई है। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक शाम पांच बजे तक आगरा 51.53 फीसदी, आंवला में 54.73, बदायूं 52.77, बरेली में 54.21 फीसदी तो फतेहपुर सीकरी में 54.93 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं फिरोजाबाद में 56.27 फीसदी, हाथरस में 53.54, मैनपुरी में 55.88 और संभल में 61.10 फीसदी मतदान हुआ है।
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