आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की और राज्य को केंद्रीय सहायता बढ़ाने की मांग की। उन्होंने खास तौर पर आंध्र की नई राजधानी अमरावती को विकसित करने, पोलावरम सिंचाई परियोजना और बुंदेलखंड पैकेज की तर्ज पर पिछड़े क्षेत्रों के लिए केंद्र से मदद मांगी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री दो दिन की यात्रा पर दिल्ली आए हैं। पिछले 12 जून को मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी यह पहली यात्रा है। उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ अपनी बातचीत को काफी सकारात्मक बताया।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में महत्त्वपूर्ण सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख नायडू ने राज्य के विकास के लिए कई खास प्रस्ताव रखे और इन पर केंद्र सरकार का सहयोग मांगा। मुलाकात के बाद उन्होंने मोदी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश के राज्यों के बीच एक पावरहाउस के रूप में फिर से उभरने की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया।
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'आज आंध्र प्रदेश के कल्याण और विकास से संबंधित महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरी रचनात्मक बैठक हुई। मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में हमारा राज्य, दूसरे राज्यों के बीच एक पावरहाउस के रूप में फिर से उभरेगा।'
Esta historia es de la edición July 05, 2024 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición July 05, 2024 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
दिल्ली से सटे शहरों में रोजगार, इन्फ्रा चुनावी मुद्दा
रोजगार, अग्निपथ योजना और किसान एवं पहलवानों का विरोध प्रदर्शन भी राष्ट्रीय राजधानी से सटे हरियाणा राज्य में चुनावी मुद्दा है। यहां शनिवार, 5 अक्टूबर को होगा और लोगों के बीच यह मुद्दा हावी है। हालांकि, महिलाओं की बढ़ती सुरक्षा की सराहना यहां के लोग कर रहे हैं।
भारतीय विश्वविद्यालयों के छात्रों का दबदबा
भारत, इजरायल और कनाडा में अध्ययन करने वाले अमेरिकी स्टार्टअप यूनिकॉर्न के संस्थापक 74 गैर अमेरिकी विश्वविद्यालय में शीर्ष सम्मान के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इन विश्वविद्यालयों में से हरेक से कम से कम एक अमेरिकी यूनिकॉर्न का संस्थापक निकले हैं।
भारत-बांग्लादेश कारोबार आने लगा पटरी पर
भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद लैंड पोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही सामान्य होने लगी है
सुकन्या समृद्धि योजना: लंबे समय के लिए बेहतर
इस साल सुकन्या समृद्धि योजना ने सबसे अधिक 41 फीसदी की वृद्धि दर्ज की
सरकारी बंदरगाहों का प्रदर्शन बेहतर
वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक केंद्र सरकार के बंदरगाहों (जिन्हें प्रमुख बंदरगाह भी कहा जाता है) कार्गो ट्रैफिक की वृद्धि के मामले में निजी बंदरगाहों व राज्य सरकार के बंदरगाहों (गैर प्रमुख बंदरगाहों) से बेहतर प्रदर्शन किया है। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक केंद्रीय बंदरगाहों का यह प्रदर्शन सामान्य रुझान के विपरीत रहा है।
महत्त्वपूर्ण खनिज में सहयोग बढ़ाने पर अमेरिका से बात
वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने बुधवार को महत्त्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला मजबूत करने की राह निकालने पर बातचीत की।
ट्राई ने रिजर्व बैंक से मदद मांगी
गैर स्पैम प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए क्षेत्रवार विनियमन
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना में होगा आरक्षण
कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को प्रायोगिक आधार पर शुरू की गई प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत इंटर्नशिप के पदों पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों और दिव्यांगों को मिलने वाले आरक्षण की नीति लागू की जाएगी। इस योजना के तहत 21 साल से 24 साल की उम्र के 1,25,000 युवाओं को वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान इंटर्नशिप कराने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए 800 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
रुपया 15 पैसे कमजोर, कच्चे तेल में तेजी
डीलरों ने बताया कि एशियाई मुद्राओं में कमजोरी और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक संघर्ष बढ़ने के बीच कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते रुपया 15 पैसे कमजोर हुआ। गुरुवार को रुपया 83.97 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जबकि बुधवार को यह 83.82 पर था।
डाबर इंडिया को कमजोर राजस्व का अनुमान
डाबर इंडिया का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में 8 प्रतिशत गिरकर 571.25 रुपये पर आ गया। यह चार महीने में उसका सबसे निचला स्तर है। कंपनी प्रबंधन ने दूसरी तिमाही में एकीकृत राजस्व में गिरावट का अनुमान जताया है।