वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की सोमवार को होने वाली बैठक में जीवन और स्वास्थ्य बीमा पर कर के मसले पर कोई फैसला लिया जा सकता है। इससे सरकारी खजाने पर 6.5 अरब रुपये से 35 अरब रुपये तक की चपत लग सकती है। परिषद द्वारा नामित केंद्र और राज्यों के राजस्व अधिकारियों वाली फिटमेंट समिति ने इस मामले का विस्तृत विश्लेषण किया है।
वित्तीय सेवाओं के विभाग द्वारा इस पर कर की दरें घटाने के अनुरोध के बाद यह कदम उठाया गया है। विभाग स्वास्थ्य बीमा पर कर की दर घटाकर इसे सुलभ और किफायती बनाना चाहता है।
घटनाक्रम के जानकार अधिकारियों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि फिटमेंट समिति इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट सौंप सकती है। इसमें सभी स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम और पुनर्बीमाकर्ताओं के लिए जीएसटी से पूरी छूट देने और स्वास्थ्य बीमा सेवाओं पर मौजूदा 18 फीसदी की जीएसटी दर को घटाकर 5 फीसदी करने सहित चार विकल्प सुझाए जा सकते हैं।
Esta historia es de la edición September 06, 2024 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición September 06, 2024 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
बैलट से वोट: अभियान चलाएगी कांग्रेस
कांग्रेस अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाय बैलट पेपर से चुनाव कराने के लिए अभियान चलाएगी। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को इस बात का ऐलान किया।
महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री के लिए अभी इंतजार
एकनाथ शिंदे ने इस्तीफा दिया, कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहेंगे
फिनटेक की सुगमता के लिए प्रयास जारी
डेटा सुरक्षा, साइबर सुरक्षा कुछ ऐसे अनिवार्य पहलू हैं जिन पर ध्यान देना आवश्यक
पूर्वी भारत के ज्यादातर इलाकों में पहुंचेगी सुरक्षा डायग्नोस्टिक्स
कंपनी का आईपीओ 29 नवंबर को खुल रहा
भारतीय बाजार पर ध्यान केंद्रित करेगी टीसीएस
भारत और उभरते बाजारों में आय दोगुनी करने की संभावनाएं तलाश रही कंपनी
एस्सार के सह-संस्थापक शशि रुइया का निधन
छोटे से निर्माण व्यवसाय को एक बुनियादी ढांचा समूह में बदलने वाले उद्यमी शशिकांत रुइया का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। उन्हें प्यार से शशि रुइया बुलाया जाता था।
संविधान हमारा मार्गदर्शक: प्रधानमंत्री
पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान सभा की 15 महिला सदस्यों के योगदान को किया याद
एफडीआई पर भारतीय कंपनियों की रणनीति
भारतीय कंपनियों को चाहिए कि वे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जुटाने और वैश्विक स्तर पर एक वृहद भूमिका निभाने की तैयारी करें। कई बड़ी विदेशी कंपनियां ऐसा कर चुकी हैं। बता रहे हैं अजय शाह
सिनेमा उद्योग में पूंजी जुटाने के लिए नए कदम
भारतीय सिनेमा के रुपहले पर्दे पर एक नई कहानी का आगाज होने जा रहा है। लेकिन पहले बात करते हैं 1990 के दशक के शुरुआती वर्षों की जब करण जौहर जो महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की परीक्षा में वाणिज्य विषय में अव्वल रहे और उन्हें जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एमबीए की सीट की पेशकश की गई।
यूपीआई धोखाधड़ी में 485 करोड़ रुपये गंवाए
भारतीयों को चपत - वास्तविक समय भुगतान प्रणाली के इस्तेमाल करने वालों की संख्या और लेनदेन बढ़ने के साथ-साथ यूपीआई संबंधित धोखाधड़ी बढ़ी, वित्त वर्ष 22 की तुलना में वित्त वर्ष 24 में बैंक धोखाधड़ी तीन गुना से अधिक रही