पिछले 10 वर्ष में मेक इन इंडिया की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या रही है?
मैं समझता हूं कि भारत को आज दुनिया में निवेश एवं विनिर्माण के लिए सबसे अच्छी जगह के रूप में देखा जाता है। हम दुनिया में जहां भी जाते हैं, वहां की कंपनियां भारत में विनिर्माण करने के लिए उत्सुक दिखती हैं। वे हमारे विशाल बाजार के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया भर के बाजारों के लिए भी भारत में माल बनाना चाहती हैं। मोदी सरकार के मेक इन इंडिया अभियान की सफलता पूरी दुनिया में गूंज रही है। इस कार्यक्रम के कारण बड़ी तादाद में नौकरियां पैदा हुई हैं और देसी-विदेशी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है। इस कार्यक्रम का मकसद भारत को आत्मनिर्भर बनाते हुए वस्तुओं एवं सेवाओं का बड़ा निर्यातक बनाना है।
क्या मेक इन इंडिया कार्यक्रम के लिए आगे और कदम उठाए जाएंगे? कई एफटीए पर बातचीत जारी है। ऐसे में सुरक्षात्मक शुल्क दर और मेक इन इंडिया के लिए आगे की राह क्या होगी?
Esta historia es de la edición September 25, 2024 de Business Standard - Hindi.
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पहले दिन 19 फीसदी चढ़ा स्विगी का शेयर
फूड डिलिवरी कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ रुपये के पार
शीर्ष स्तर से 0% फिसला बाजार
मुद्रास्फीति में तेजी और मजबूत डॉलर ने बढ़ाई चिंता, गिरावट' के दायरे में आया बाजार
'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
झारखंड: कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
सरकारी बैंकों ने दर्ज की 11% की मजबूत वृद्धि
कुल कारोबार 236 लाख करोड़ रुपये पहुंचा
'जेनको को सूचीबद्ध करें राज्य
देश के बिजली क्षेत्र में इस दशक में करीब 22 लाख करोड़ रुपये निवेश की जरूरत का हवाला देते हुए केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यों से अपनी लाभ वाली इकाइयों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने का अनुरोध किया है।
विल्सन ऐंड ह्यूज ने कॉक्स ऐंड किंग्स की परिसंपत्ति, ब्रांड का किया अधिग्रहण
सौदे की रकम का नहीं किया गया खुलासा
बाजार भागीदारी बढ़ाने पर रहेगा ब्रिटानिया का जोर
सितंबर तिमाही में लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.6 प्रतिशत घटकर 531.5 करोड़ रुपये रह गया
50% तक घटेगी आयात निर्भरता
प्रमुख फार्मा सामग्री के विनिर्माण में देश बनेगा आत्मनिर्भर
गिरावट के बाद इंडसइंड कितना आकर्षक?
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने मंगलवार को निवेशकों के डीमैट खाते में प्रतिभूतियों को सीधे क्रेडिट करने की योजना वापस लेने की घोषणा की। इसे 11 नवंबर से प्रभावी हुई थी। एक्सचेंजों ने सूचित किया कि कुछ मामलों में उन्हें थोड़े विलंब का सामना करना पड़ा और इस वजह से सीधे क्रेडिट की सुविधा टालनी पड़ी।