इन अधिकारियों को बताया गया है जिम्मेदार
इस मामले में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के तत्कालीन संयुक्त संचालक एस, मुदगल, सहायक संयुक्त संचालक सारंग व टीएंडसीपी के सभी अन्य अधिकारी जो इस मामले को देख रहे थे। उन सभी को जिम्मेदार बताया गया है। वहीं आईडीए की योजना अधिकारी रत्ना बोचरे, प्रमुख योजना कंसलटेंट मयंक जगवानी, टीपीएस स्कीम 9 के प्रमुख रामेशवर रुपाले को मुख्य तौर पर जिम्मेदार बताया गया है।
मास्टर प्लान की मूल शीट से इस तरह किया शिफ्ट
मास्टर प्लान की जो मूल शीट थी, इसमें यह 45 मीटर चौड़ी रोड कहां पर है, इसकी पूरी लोकेशन है। यहा पर आईडीए की पहले स्कीम 175 लाई गई, बाद में यह हटी तो स्कीम टीपीएस 9 हुई। इसी बीच में गुपचुप तरीके से जो शीट पर इस रोड के लिए मास्टर प्लान रोड लिखा गया था, उसे आईडीए स्कीम की रोड लिख दिया गया। कारण मास्टर प्लान की रोड खिसक नहीं सकती है, लेकिन आईडीए अपनी स्कीम की रोड में बदलाव कर सकता है। इसी से सबसे बड़ा खेल हो गया। इसके बाद टीएंडसीपी और आईडीए के अधिकारियों ने सांठगांठ कर इस रोड को 30 मीटर खिसका दिया।
रोड के खिसकाने से हो गया करीब 150-200 करोड़ रुपए का खेल
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