Uday India Hindi - November 28, 2021
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In this issue
This week's cover story analyses the consumption of drugs in Bollywood.
भारत के चाय बागानों में महिलाओं की दयनीय स्थिति
महिलाओं का प्राथमिक कार्य चाय की पत्तियों को तोड़ना था। वें सर्दियों के दौरान झाड़ियों को छीलने जैसे मैनुअल काम भी करती थीं। वें चाय की झाड़ियों पर 'सूखा सफेद पाउडर' (शायद यूरिया/कीटनाशक) डालती हैं। इन कार्यों को करने में स्थायी और अस्थायी दोनों ही प्रकार के श्रमिक शामिल थे। सोमवार से शनिवार तक हर दिन महिलाएं काम कर रही थीं, जबकि रविवार को श्रम कार्य जैसे ईंट भट्ठों पर काम, दैनिक भुगतान वाले कृषि कार्य या आसपास के गांवों में घरेलू काम करती थीं। इसके अलावा, महिलाओं को खाना पकाना, सफाई करना, पानी और जलाऊ लकड़ी इकट्ठा करना, बच्चों को खिलाना आदि घरेलू काम भी करने पड़ते थे।
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नशे की गिरफ्त में बॉलीवुड
कोर्डिलिया क्रूज शिप ड्रग्स केस में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के पास से भले कोई ड्रग्स नही मिला था। लेकिन जिस तरह से उनके व्हाट्सएप चैट में ड्रग्स का जिक्र आया और उसके जरिये एक और अभिनेत्री अनन्या पांडे भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के निशाने पर आयी उससे बॉलीवुड में ड्रग्स की चर्चा एक बार फिर चल पड़ी है और सवाल उठने लगा है कि क्या फिल्मी दुनिया की चकाचौंध की आड़ में नशे की काली दुनिया का राज है? कहीं पूरा बॉलीवुड तो ड्रग्स में डूबा नही है?
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कृषि कावूनों की वापसी आगे-पीछे
कृषि कानून वापसी का प्रधानमंत्री मोदी का फैसला चाहे जितना भी बड़ा मास्टर स्ट्रोक हो, लेकिन कुछ ऐसे सवाल हैं, जो भाजपा से ज्यादा उसके समर्थकों को असहज करते रहेंगे। केंद्रीय नेतृत्व की तर्ज पर भाजपा समर्थकों ने कृषि कानून विरोधियों के खिलाफ मोर्चा खोला। भाजपा के नेता किसान आंदोलनकारियों को आंदोलनजीवी और परोक्षरूप से आंतकवादी भी बताते रहे। वैसे किसान आंदोलनकारियों ने 26 जनवरी के दिन जिस तरह लालकिले पर आतंक बरपाया या दिल्ली की सीमाओं पर हंगामा किया, वह लोकतांत्रिक तरीका नहीं था।
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नये भारत में विकास के नये उगते सूरज
बेहतर कल की ओर भारत का शानदार कदम
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बॉलीवुड, ड्रग्स और साजिश
मुंबई क्रूज शिप ड्रग केस में शाहरुख खान के बेटे का गिरफ्तार होना और फिर जमानत पर छूट जाना एक ऐसा वाकया है जो कई सवाल खड़े करता है।
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बिहार एवं झारखंड अवैध अफीम की खेती
बिहार और झारखंड के शहरी एंव ग्रामीण क्षेत्रों के माताओं-पिताओं के सपने टूट रहे हैं। इन क्षेत्रों में नशे का कारोबार बढ़ रह है। जिससे किशोर और युवा ड्रग्स की गिरफ्त में आ रहे हैं। तस्करी के लिए हुस्न के जाल में फंसाने के के लिए तस्करों द्वारा महिलाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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त्यौहारों पर असमाजिक होती दुनिया!
हमारे शास्त्र हमें शिक्षा देते रहे हैं कि त्यौहार सिर्फ कलेंडर में दर्ज तारीख नहीं है ,बल्कि नए सृजन की उम्मीद है। जहां उम्मीद होती है जीवन उसी और यात्रा पर निकलता है। दीपावली हो या होली हो या कि ईद हो ये सभी त्यौहार मुकम्मिल तरीके से मनाए जाएं तो सम्भव है जीवन उत्सव बन जाए।
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रखें स्वस्थ दिल को
हृदय रोग भारत में होने वाली मौतों के सबसे बड़े कारणों में से एक है। इंडियन हॉर्ट एसोसिएशन के मुताबिक भारत में हर साल 17 लाख लोगों की मौत दिल की बीमारियों के कारण होती है, इनमें से 50 प्रतिशत हार्टअटैक उन लोगों को आते हैं, जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम होती है जबकि इनमें 25 प्रतिशत लोग 40 वर्ष से कम उम्र के होते हैं। एक आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2030 तक भारत में हृदय रोगों की वजह से हर साल ढाई करोड़ लोगों की मृत्यु होने की संभावना है, यानी कोरोना वायरस से भी ज्यादा दिल की बीमारियां खतरनाक हैं। पुराने समय में हृदय रोगों की बीमारियां ज्यादातर उम्रदराज लोगों को ही होती थीं और हार्ट अटैक के शिकार भी ज्यादातर बुजुर्ग ही होते थे लेकिन आजकल युवा भी बड़ी संख्या में हृदय रोगों के शिकार हो रहे हैं और इसका कारण है, आजकल की आपा-धापी भरी जिंदगी, खाने-पीने की गलत आदतें, शराब और सिगरेट का शौक, जरूरत से ज्यादा तनाव, काम का प्रेशर, रिश्तों में कड़वाहट का होना, डिप्रेशन और एंग्जायटी आदि।
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दुनिया में आयुर्वेद पर बढ़ा भरोसा
किसी पोधे की सरंचना, उसके गुणकारी किस्म व सरंक्षण के लिए आवश्यक तत्व को समझने के लिए उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग या अनुक्रम होना आवश्यक है। खबर आयी है कि कोरोना महामारी के समय जिसकी बड़ी चर्चा रही उस गिलोय की जीनोम सिक्वेंसिंग करने में सफलता पा ली गयी है। और इस महान कार्य के पीछे जिनका योगदान रहा वो हैं भोपाल स्थित भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आइसर) के वैज्ञानिक बताया जाता है कि तमाम औषधीय गुणों से युक्त गिलोय के माध्यम से अब इस उपलब्धि के द्वारा आगे कैंसर, डायबिटीज और चर्मरोगों के निदान का नया मार्ग खुलेगा।
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ड्रग्ज+बॉलीवुड+अंडरवर्ल्ड+राजनीति ताजा नस्लों को पंगु बनाने की साजिश
दुर्ग और बॉलीवुड का गहरा नाता है
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Uday India Hindi Magazine Description:
Publisher: uday india
Category: News
Language: Hindi
Frequency: Fortnightly
Uday India is successfully running in the 12th year of its existence. It is not a run-of-the-mill publication. Uday India does not fall as a thud on your doorstep but enters as a whiff of fresh air into reading corridors of the country. The weekly is based on the staple of news and current affairs. It focuses on politics, security, youth affairs, health, women, net space, diplomacy, media, economy, education, sports, showcasing the slow and steady march of India towards the goal of becoming a global power in every sense of the term. A new feather in the cap is spiritualism that has lately permeated every aspect of human endeavour. The cover story every week is spun out of the most current happening. There are for sure pages for book review and technological advancements. Apart from these building blocks, there are incessant efforts to customize the magazine to the taste of the reader. Its quality commensurates with the prolific promise.
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