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CURFEW CHAOS
The Kerala High Court asked the state government to ensure women get the same freedom as men and not to “lock” them up in hostels. Such curbs are often pegged to concerns over their safety
AGE OF CONSENT
The Act criminalises all sexual activity for those under the age of 18, regardless of whether it is by mutual consent. In an era of internet, mobiles, OTT, movies and evolving minds of minors, how realistic is it for those aged 18 to consent to sex? Should it not be reviewed or reduced in the present circumstances?
TURF WAR
The sharp attacks of the government on the judiciary have seen the latter giving as good as it gets. What does this acrimony augur for litigants and constitutional institutions and offices?
Legal Consequences for Hit-and-Run Accused
When drivers escape in hit-and-run incidents on roads, are there enough laws to punish them?
Celebrity Headlines of 2022
Will Smith’s Oscars Slap: In March, the Academy Awards was held to honour the best of filmmaking for the past year, but it was all overshadowed when actor Will Smith stormed on-stage and slapped compere Chris Rock after he made a joke aimed at Will’s wife, Jada Pinkett Smith.
Question of Identity
One of the most inspiring stories of the FIFA World Cup 2022 was Morocco. Their team, called the Atlas Lions, stunned the world by beating soccer heavyweights such as Spain and Portugal to become the first African nation to reach the semi-finals. Yet, in cultural terms, Moroccans see themselves more as Arabs than Africans.
A NEW BEGINNING?
The Parliamentary Standing Committee on Finance has asked for clarifications and recommended changes to the Competition (Amendment) Bill, 2022. This is a major development, but are there any missed opportunities ?
JUNGLE LAW
In recent times, forest staff are increasingly facing hostile elements, poachers and lawbreakers, who are committing forest offences with impunity. Officers and staff are being brutally assaulted while performing their duties. The Supreme Court has now stepped in
Morbi bridge collapse: Gujarat HC dismisses intervention application filed by MNP councillors
The Gujarat High Court dismissed an app -lication filed by 46 councillors of Morbi Nagar Palika (MNP) seeking to intervene in the suo motu case on the Morbi bridge collapse (right) case, on the grounds that the state government is likely to dissolve the civic body and take over its administration.
Delhi High Court gives relief to TMC leader Anubrata Mondal in WB cattle smuggling case
Giving relief to TrinamoolCongress leader Anubrata Mondal (right), the Delhi High Court restrained the Enforce ment Directorate (ED) from taking any action against him till the next date of hearing.
File Appeals Within A Time-frame
What is the time period for filing an appeal in the High Court or Supreme Court?
MAKE THE EC INDEPENDENT
A draft bill to bring in reforms in the EC has been introduced in Parliament and aims to stop it from being misused by the powers that be and bring in transparency in the appointment process
शिक्षा का रंग भगवा नहीं तो क्या हो ?
5 जनवरी, 2003 को तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी के 69वें जन्म दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में श्री अटल बिहारी वाजपेयी के संबोधन के अंश -
रातों-रात बनी 'मजारें', देखते-देखते गायब
उत्तराखंड में अवैध मजारों को गिराने का काम शुरू। राज्य की सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने को ऐसी कार्रवाई जरूरी
अयोध्या हमारे स्वाभिमान की प्रतीक
अयोध्या किसी नगर का नाम नहीं है। वह किसी मंदिर-मस्जिद विवाद की भी जगह नहीं
'धर्मनिरपेक्षता' सिर्फ नारा नहीं
एक वास्तविक ‘धर्मनिरपेक्ष' समाज बनाने का कार्य तभी पूरा होगा, जब भारतीयत्व स्वयं को प्रभावी रूप में प्रकट करेगा ताकि हम संकीर्ण आस्थाओं से ऊपर उठकर यह अनुभव कर सकें कि हम एक राष्ट्र
गोवा मुक्ति आंदोलन के बलिदानी के
गोवा को आजाद कराने में रा. स्व. संघ के स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे ही एक निष्ठावान कार्यकर्ता थे बलिदानी राजा भाऊ महाकाल, जो गांव-गांव से सैकड़ों युवाओं को एकत्रित कर गोवा ले गए
...और रशीद ने गोली चला दी !
23 दिसंबर, 1926 को दिल्ली में स्वामी श्रद्धानंद की हत्या अब्दुल रशीद नामक एक व्यक्ति ने कर दी थी। अब्दुल को स्वामी जी का शुद्धि आंदोलन पसंद नहीं था
'थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री नहीं रहूंगा'
28 मई, 1996 को अपने मंत्रिमंडल के प्रति अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस के बाद अटल जी ने चर्चा का उत्तर दिया। इस लेख की शुरुआत उनके उसी भाषण से होती है
एक कवि हृदय राजनेता
मेरे और अटल जी के बीच संबंधों में कभी स्पर्धा की भावना नहीं रही। कभी-कभी हम दोनों के विचार अलग-अलग रहे हैं। लेकिन हमने कभी ऐसे मतभेदों को बढ़ावा नहीं दिया, जिससे परस्पर विश्वास और आदर का मूल्य कम हो
नींव के पत्थर मील के पत्थर
वामपंथ की आंधी और जनसंघ भाजपा के अंध-विरोध के तूफानों को चीर कर भारत के प्रधानमंत्री बने अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल में आधुनिक भारत की नींव के पत्थर रखे, और मील के पत्थर स्थापित किए
गुटनिरपेक्षता नहीं है तटस्थता
दुनिया अटल बिहारी वाजपेयी की विदेश नीति का लोहा मानती है। जनता पार्टी की सरकार में वे विदेश मंत्री थे। ऐसे ही जब भी संसद में विदेशी मामलों पर चर्चा होती थी, वे अपने विचारों से लोगों को चकित कर देते थे
पाञ्चजन्य के प्रश्न अटल जी के कालजयी उत्तर
देश के पूर्व प्रधानमंत्री, सर्वप्रिय राजनेता, कवि, पत्रकार और पाञ्चजन्य के प्रथम संपादक स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का पाञ्चजन्य के साथ संवाद सदैव बना रहा। यहां तक कि पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले पाञ्चजन्य को ही साक्षात्कार दिया था। संभवतः अटल जी ने पाञ्चजन्य को ही सबसे अधिक साक्षात्कार दिए। उन्हीं साक्षात्कारों में से यहां प्रस्तुत हैं चुनिंदा प्रश्न और अटल जी के कालजयी उत्तर
समाज का हित ही लेखनी का ध्येय
अटल जी ‘राष्ट्रधर्म’ और ‘पाञ्चजन्य' के प्रथम संपादक थे। पत्रकारिता छोड़ कर राजनीति में पूरी तरह रम जाने और राजनीतिक ऊंचाइयां चढ़ने के बाद भी अटल जी की न सिर्फ दृष्टि और लेखनी की धार पैनी बनी रही बल्कि पत्रकारिता के तमाम पहलुओं पर वह चिंतन भी करते थे
संसद और सर्वोच्च न्यायालय से बड़ा संविधान
अटल बिहारी वाजपेयी ने 28 फरवरी, 1970 को तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा न्यायपालिका के विरुद्ध मोर्चा खोलने के संदर्भ में संसद में वक्तव्य दिया था। प्रस्तुत हैं उसी वक्तव्य के अंश-
हर आदमी को तिरंगे के सामने झुकना पड़ेगा
अटल जी ने कई अवसरों पर इस्लाम, मुसलमान और कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के छिपे इरादों को रेखांकित किया। इस संदर्भ में उनके सारगर्भित भाषणों के अंश प्रस्तुत हैं-
तवांग से जुड़े हैं राजनीतिक तार
तवांग में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की कोशिश चीन की सैन्य रणनीति के बजाय राजनीतिक रणनीति ज्यादा प्रतीत होती है। इससे पहले गलवान में और उससे पूर्व डोकलाम में भी भारत-चीन टकराव के साथ राजनीतिक पहलू जुड़ा दिखता है
Relevance Of Submarines In Future Wars
V VENUGOPAL argues why in the Indian context, the status of current submarine force level is alarming and there is an urgent need to address the threat perceptions expeditiously
मुफ्त के 'ईंधन' से बढ़ी गाड़ी
दिल्ली नगर निगम के चुनाव में सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा को 104 वार्ड पर जीत मिली। चुनावी पंडितों का कहना है कि दिल्ली सरकार की मुफ्त योजनाओं के कारण आम आदमी पार्टी को जीत मिली है। यदि भाजपा इन योजनाओं की काट ढूंढ पाती तो परिणाम कुछ और होता
गुजरात का गर्जन
गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को अभूतपूर्व जीत मिली। उसने 182 विधानसभा क्षेत्रों में से 156 पर जीत दर्ज की। ऐसी जीत कभी किसी पार्टी को नहीं मिली थी। गुजरात की जनता ने एक बार फिर से विकास का दामन थामा